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दावाग्नि से बचाव का प्रशिक्षण दिया
Champawat
Updated Fri, 08 Jun 2012 12:00 PM IST
लोहाघाट। जीआईसी खेतीखान की एनएसएस इकाई को दावाग्नि से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। हाल ही में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर लौटे कार्यक्रम अधिकारी दिवाकर भट्ट ने एनएसएस स्वयंसेवकों को दावाग्नि से धधकते जंगलों को नियंत्रित करने के उपायों का प्रदर्शन कराया। इस कार्य के लिए मनोज सिंह के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें सूरज सिंह, किशोर भट्ट, अमित परध्यानी, एसएस बोहरा, मनमोहन लाल, शैलेंद्र बोहरा, राहुल सिंह, हिमांशु जोशी, सुभाष सिंह को शामिल किया गया है।
विद्यालय में शिक्षक गोकुल चंद्र जोशी की अध्यक्षता और कार्यक्रम अधिकारी भट्ट के संचालन में हुई गोष्ठी में शिक्षक रमेश लाल टम्टा ने कहा कि घास के लालच में लोग जानबूझकर जंगलों को आग के हवाले कर देते हैं। उन्हें यह मालूम नहीं कि उनकी यह छोटी सी सोच मानव के लिए कितनी घातक साबित होती है। श्री जोशी ने कहा कि जंगली आग के कारण वन्य प्राणियों का जीवन चक्र तथा जंगलों के स्वयं विकसित होने की नैसर्गिक प्रक्रिया ठप हो जाती है। कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि एनएसएस की समिति द्वारा समीपवर्ती गांवों के युवाओं को भी वनों को आग से बचाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही इस संबंध में जन जागरूकता भी पैदा की जाएगी।
लोहाघाट। जीआईसी खेतीखान की एनएसएस इकाई को दावाग्नि से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। हाल ही में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर लौटे कार्यक्रम अधिकारी दिवाकर भट्ट ने एनएसएस स्वयंसेवकों को दावाग्नि से धधकते जंगलों को नियंत्रित करने के उपायों का प्रदर्शन कराया। इस कार्य के लिए मनोज सिंह के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें सूरज सिंह, किशोर भट्ट, अमित परध्यानी, एसएस बोहरा, मनमोहन लाल, शैलेंद्र बोहरा, राहुल सिंह, हिमांशु जोशी, सुभाष सिंह को शामिल किया गया है।
विद्यालय में शिक्षक गोकुल चंद्र जोशी की अध्यक्षता और कार्यक्रम अधिकारी भट्ट के संचालन में हुई गोष्ठी में शिक्षक रमेश लाल टम्टा ने कहा कि घास के लालच में लोग जानबूझकर जंगलों को आग के हवाले कर देते हैं। उन्हें यह मालूम नहीं कि उनकी यह छोटी सी सोच मानव के लिए कितनी घातक साबित होती है। श्री जोशी ने कहा कि जंगली आग के कारण वन्य प्राणियों का जीवन चक्र तथा जंगलों के स्वयं विकसित होने की नैसर्गिक प्रक्रिया ठप हो जाती है। कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि एनएसएस की समिति द्वारा समीपवर्ती गांवों के युवाओं को भी वनों को आग से बचाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही इस संबंध में जन जागरूकता भी पैदा की जाएगी।