बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के दूसरे दिन भी भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिए दिनभर तीर्थयात्रियों की लाइन लगी रही। सोमवार को बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने स्वयं बदरीनाथ सिंहद्वार पर तीर्थयात्रा की कमान संभाली। उन्होंने मंदिर समिति के अधिकारी-कर्मचारियों को तीर्थयात्रियों को दर्शनों की बेहतर सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए। अभी तक बदरीनाथ धाम में 35000 तीर्थयात्री भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर चुके हैं।
केदारनाथ के दर्शन कर अधिकांश तीर्थयात्री कुंड-ऊखीमठ-चोपता-चमोली हाईवे से बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंच रहे हैं। जगाधरी से अपने परिवार के साथ पहुंचे तीर्थयात्री करन मदान और विजय का कहना है कि वे पहली बार बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंचे हैं। रास्तेभर की थकान धाम में पहुंचते ही दूर हो गई, यहां का मौसम और प्राकृतिक नजारे मन को सुकून पहुंचा रहे हैं। महाराष्ट्र से पहुंचे धनवीर और जयश्री ने बताया कि पिछले चार वर्षों से बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा का कार्यक्रम बना रहे थे, इस बार भगवान बदरीनाथ ने उन्हें अपने धाम बुलाया है। यहां बिताए पल ताउम्र याद रहेंगे। पानीपत के दीपक बंसल ने बताया कि भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिए तड़के तीन बजे लाइन में लग गए थे। छह घंटे लाइन में रहने के बाद सुबह नौ बजे दर्शन हो पाए। बदरीनाथ धाम तक पहुंचने के लिए सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही, लेकिन धाम में पहुंचते ही पूरी थकान और परेशानी गायब हो गई।
नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि बदरीनाथ धाम में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के साथ-साथ तीर्थयात्रा का संचालन भी बेहतर ढंग से हो रहा है। तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जा रही है।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के दूसरे दिन भी भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिए दिनभर तीर्थयात्रियों की लाइन लगी रही। सोमवार को बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने स्वयं बदरीनाथ सिंहद्वार पर तीर्थयात्रा की कमान संभाली। उन्होंने मंदिर समिति के अधिकारी-कर्मचारियों को तीर्थयात्रियों को दर्शनों की बेहतर सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए। अभी तक बदरीनाथ धाम में 35000 तीर्थयात्री भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर चुके हैं।
केदारनाथ के दर्शन कर अधिकांश तीर्थयात्री कुंड-ऊखीमठ-चोपता-चमोली हाईवे से बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंच रहे हैं। जगाधरी से अपने परिवार के साथ पहुंचे तीर्थयात्री करन मदान और विजय का कहना है कि वे पहली बार बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा पर पहुंचे हैं। रास्तेभर की थकान धाम में पहुंचते ही दूर हो गई, यहां का मौसम और प्राकृतिक नजारे मन को सुकून पहुंचा रहे हैं। महाराष्ट्र से पहुंचे धनवीर और जयश्री ने बताया कि पिछले चार वर्षों से बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा का कार्यक्रम बना रहे थे, इस बार भगवान बदरीनाथ ने उन्हें अपने धाम बुलाया है। यहां बिताए पल ताउम्र याद रहेंगे। पानीपत के दीपक बंसल ने बताया कि भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिए तड़के तीन बजे लाइन में लग गए थे। छह घंटे लाइन में रहने के बाद सुबह नौ बजे दर्शन हो पाए। बदरीनाथ धाम तक पहुंचने के लिए सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही, लेकिन धाम में पहुंचते ही पूरी थकान और परेशानी गायब हो गई।
नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि बदरीनाथ धाम में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। धाम में मास्टर प्लान के कार्यों के साथ-साथ तीर्थयात्रा का संचालन भी बेहतर ढंग से हो रहा है। तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जा रही है।