अलकनंदा वन प्रभाग के पोखरी रेंज के अंतर्गत चोपणा वन पंचायत के जंगल में लगी आग पर दो दिन बाद काबू पाया जा सका। आग लगने से लाखों की वन संपदा जल गई।
शनिवार सुबह चोपणा गांव के जंगल में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वन प्रभाग के रेंजर धीरज नेगी के नेतृत्व में वन कर्मी आग बुझाने भी पहुंचे, लेकिन सूखी घास पर लगी आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वन कर्मी इसे बुझाने में नाकाम रहे। रविवार को आग थोड़ी धीमी पड़ने पर वन कर्मियों ने दोपहर बाद इसे बुझा लिया। रेंजर धीरज राणा ने बताया कि संभवत: खेतों में खरपतवार जलाते वक्त आग जंगल तक पहुंची होगी। उन्होंने ग्रामीणों से वनों के संरक्षण पर विशेष जोर देने का आह्वान किया। आग बुझाने में वन रक्षक दर्शन भंडारी, महावीर लाल और संतोष आदि शामिल थे।
अलकनंदा वन प्रभाग के पोखरी रेंज के अंतर्गत चोपणा वन पंचायत के जंगल में लगी आग पर दो दिन बाद काबू पाया जा सका। आग लगने से लाखों की वन संपदा जल गई।
शनिवार सुबह चोपणा गांव के जंगल में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वन प्रभाग के रेंजर धीरज नेगी के नेतृत्व में वन कर्मी आग बुझाने भी पहुंचे, लेकिन सूखी घास पर लगी आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वन कर्मी इसे बुझाने में नाकाम रहे। रविवार को आग थोड़ी धीमी पड़ने पर वन कर्मियों ने दोपहर बाद इसे बुझा लिया। रेंजर धीरज राणा ने बताया कि संभवत: खेतों में खरपतवार जलाते वक्त आग जंगल तक पहुंची होगी। उन्होंने ग्रामीणों से वनों के संरक्षण पर विशेष जोर देने का आह्वान किया। आग बुझाने में वन रक्षक दर्शन भंडारी, महावीर लाल और संतोष आदि शामिल थे।