पहाड़ी क्षेत्रों में चीड़ के पेड़ हटाने और वनों को आग से बचाने के लिए प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान एक सप्ताह तक कर्णप्रयाग ब्लॉक के 14 गांवों में चलेगा और रोजाना एक टीम दो गांवों में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगी।
कार्यक्रम के तहत पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन होगा और छात्र-छात्राओं के अलावा रंग व संस्कृति कर्मियों का सहयोग लिया जाएगा। कार्यक्रम सफल बनाने के लिए ब्लॉक सभागार में एसडीएम संतोष पांडेय की अध्यक्षता में प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि 29 मई से पांच जून तक नुक्कड़ नाटक और गढ़वाली जनगीतों के माध्यम से लोगों को जंगलों की रक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही नुक्कड़ नाटक व जनगीतों से लोगों को वनों की महत्ता, जंगलों को आग से बचाने और जंगल जलने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर सीओ अमित कुमार, राइंका के प्रधानाचार्य बीपीएस रावत, तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव, रेंजर पंकज ध्यानी, सफाई निरीक्षक नितिन सती, एमपी नगवाल और रंगकर्मी कांति डिमरी आदि मौजूद थे। संवाद
पहाड़ी क्षेत्रों में चीड़ के पेड़ हटाने और वनों को आग से बचाने के लिए प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान एक सप्ताह तक कर्णप्रयाग ब्लॉक के 14 गांवों में चलेगा और रोजाना एक टीम दो गांवों में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगी।
कार्यक्रम के तहत पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन होगा और छात्र-छात्राओं के अलावा रंग व संस्कृति कर्मियों का सहयोग लिया जाएगा। कार्यक्रम सफल बनाने के लिए ब्लॉक सभागार में एसडीएम संतोष पांडेय की अध्यक्षता में प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि 29 मई से पांच जून तक नुक्कड़ नाटक और गढ़वाली जनगीतों के माध्यम से लोगों को जंगलों की रक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही नुक्कड़ नाटक व जनगीतों से लोगों को वनों की महत्ता, जंगलों को आग से बचाने और जंगल जलने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस मौके पर सीओ अमित कुमार, राइंका के प्रधानाचार्य बीपीएस रावत, तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव, रेंजर पंकज ध्यानी, सफाई निरीक्षक नितिन सती, एमपी नगवाल और रंगकर्मी कांति डिमरी आदि मौजूद थे। संवाद