सीएम हरीश रावत 28 साल पहले जब सांसद थे। उनके विशेष आग्रह पर अविभाजित उत्तरप्रदेश के सीएम वीर बहादुर सिंह ने बैजनाथ मंदिर समूूह के पास अपना हेलीकाप्टर लैंड कराया। हरीश रावत के विशेष आग्रह पर तत्कालीन सीएम सिंह गोमती नदी में झील निर्माण की घोषणा की थी। बैजनाथ कृत्रिम झील अब बनकर पूर्ण तैयार हो गई है। सीएम रावत 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर झील का लोकार्पण करेंगे।
सीएम हरीश रावत ने फोन पर बताया बैजनाथ में कृत्रिम झील निर्माण की घोषणा मैंने उप्र के पूर्व सीएम वीर बहादुर से 1988 में कराई थी। तब सिंचाई विभाग ने झील का आंगणन एक सप्ताह के अंदर तैयार कर दिया था। दुर्भाग्य कहा जाए झील की घोषणा के बाद सीएम सिंह का बैजनाथ से लखनऊ लौटने के बाद एक सप्ताह में निधन हो गया।
उन्होंने बताया बैजनाथ झील राज्य की पहली झील होगी, जिससे राज्य के पर्यटन व्यवसाय को तत्काल लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया झील को रोजगार से जोड़ा जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा। सीएम रावत ने बताया कि पहाड़ की नदियों का पानी रोकना वर्तमान की बड़ी जरूरत है। पहाड़ के पानी को रोकने के लिए जल्द वृहद कार्य योजना तैयार की जाएगी।
सीएम हरीश रावत 28 साल पहले जब सांसद थे। उनके विशेष आग्रह पर अविभाजित उत्तरप्रदेश के सीएम वीर बहादुर सिंह ने बैजनाथ मंदिर समूूह के पास अपना हेलीकाप्टर लैंड कराया। हरीश रावत के विशेष आग्रह पर तत्कालीन सीएम सिंह गोमती नदी में झील निर्माण की घोषणा की थी। बैजनाथ कृत्रिम झील अब बनकर पूर्ण तैयार हो गई है। सीएम रावत 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर झील का लोकार्पण करेंगे।
सीएम हरीश रावत ने फोन पर बताया बैजनाथ में कृत्रिम झील निर्माण की घोषणा मैंने उप्र के पूर्व सीएम वीर बहादुर से 1988 में कराई थी। तब सिंचाई विभाग ने झील का आंगणन एक सप्ताह के अंदर तैयार कर दिया था। दुर्भाग्य कहा जाए झील की घोषणा के बाद सीएम सिंह का बैजनाथ से लखनऊ लौटने के बाद एक सप्ताह में निधन हो गया।
उन्होंने बताया बैजनाथ झील राज्य की पहली झील होगी, जिससे राज्य के पर्यटन व्यवसाय को तत्काल लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया झील को रोजगार से जोड़ा जाएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा। सीएम रावत ने बताया कि पहाड़ की नदियों का पानी रोकना वर्तमान की बड़ी जरूरत है। पहाड़ के पानी को रोकने के लिए जल्द वृहद कार्य योजना तैयार की जाएगी।