बागेश्वर। सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत चहारदीवारी का कार्य पूरा होने के बावजूद भुगतान नहीं होने पर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन समिति थापल ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी को शिकायती पत्र देकर शीघ्र भुगतान नहीं होने पर 11 जुलाई से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
पत्र में समिति का कहना है कि उन्होंने विभागीय अधिकारी के निर्देश पर विद्यालय में चार लाख चार हजार रुपये लागत की चहारदीवारी का निर्माण किया है। लेकिन आज तक उन्हें भुगतान नहीं हो सका है। भुगतान नहीं होने से उनके और श्रमिकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। समिति के अध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने हल्द्वानी से ईट आदि निर्माण सामग्री उधार में ली हुई है। वह भी उन्हें फोन पर भुगतान की मांग कर रहे हैं। निर्माण कार्य पृूरा हुए पांच महीने हो गए हैं। विभाग से भुगतान की एक नहीं कई बार मांग कर दी है लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं हुआ तो 11 जुलाई को एक दिन का अनशन परियोजना कार्यालय में दिया जाएगा। 12 जुलाई से राजूहा थापल में ग्रामीणों के सहयोग से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। इधर परियोजना प्रबंधन रामेंद्र कुशवाहा ने बताया कि चहारदीवारी के लिए अभी एक लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। वह विद्यालय को दे दिया है। जिले में 30 विद्यालयों में चहारदीवारी बननी है। 29 विद्यालयों ने एक लाख का निर्माण किया है। राउमावि थापल ने एक लाख से अधिक कार्य नहीं करने के निर्देश के बावजूद जबरन निर्माण किया है। बजट स्वीकृत होते ही भुगतान कर दिया जाएगा। आंदोलन करने की समिति को जरूरत नहीं पड़ेगी।
बागेश्वर। सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत चहारदीवारी का कार्य पूरा होने के बावजूद भुगतान नहीं होने पर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन समिति थापल ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी को शिकायती पत्र देकर शीघ्र भुगतान नहीं होने पर 11 जुलाई से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
पत्र में समिति का कहना है कि उन्होंने विभागीय अधिकारी के निर्देश पर विद्यालय में चार लाख चार हजार रुपये लागत की चहारदीवारी का निर्माण किया है। लेकिन आज तक उन्हें भुगतान नहीं हो सका है। भुगतान नहीं होने से उनके और श्रमिकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। समिति के अध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने हल्द्वानी से ईट आदि निर्माण सामग्री उधार में ली हुई है। वह भी उन्हें फोन पर भुगतान की मांग कर रहे हैं। निर्माण कार्य पृूरा हुए पांच महीने हो गए हैं। विभाग से भुगतान की एक नहीं कई बार मांग कर दी है लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं हुआ तो 11 जुलाई को एक दिन का अनशन परियोजना कार्यालय में दिया जाएगा। 12 जुलाई से राजूहा थापल में ग्रामीणों के सहयोग से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। इधर परियोजना प्रबंधन रामेंद्र कुशवाहा ने बताया कि चहारदीवारी के लिए अभी एक लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। वह विद्यालय को दे दिया है। जिले में 30 विद्यालयों में चहारदीवारी बननी है। 29 विद्यालयों ने एक लाख का निर्माण किया है। राउमावि थापल ने एक लाख से अधिक कार्य नहीं करने के निर्देश के बावजूद जबरन निर्माण किया है। बजट स्वीकृत होते ही भुगतान कर दिया जाएगा। आंदोलन करने की समिति को जरूरत नहीं पड़ेगी।