गजरौला। वट अमावस्या पर गढ़-ब्रजघाट में गंगा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ और वाहनों के बढ़ते दबाव के चलते एनएच-24 पर शनिवार रात 11 बजे से लगा भीषण जाम रविवार शाम 7 बजे तक भी नहीं खुल सका। आग उगलते सूरज की तपिश से जाम में फंसे लोग बेहाल हो गए। इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश की कार और रामपुर से लौट रही मुख्यमंत्री की फिलीट में चलने वाली सात गाड़ियां भी जाम में फंसी रर्हीं। पुलिस ने एक घंटे बाद इन्हें निकलवाया। वीआईपी, आम आदमी, बीमार सभी जाम से हलकान रहे।
आखिर वही हुआ जिसका अंदेशा था। पुलिस के सारे दावे हवा-हवाई साबित हुए। लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे 24 फिर जाम की गिरफ्त में आ गया। रात लगभग 11 बजे से हाईवे पर ब्रजघाट पुल के निकट जाम लगना शुरू हो गया। हालांकि जाम से निपटने के लिए हर बार पंचशील नगर और जेपी नगर की पुलिस ताकत झोंके रहती है लेकिन कुछ कमियों की वजह से हर बार दिक्कत जरूर होती है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। रविवार को वट अमावस्या थी। दूर-दराज से आए हजारों लोगों ने शनिवार को ही ब्रजघाट में डेरा डाल लिया था। शनिवार की रात लगभग 11 बजे से हाईवे पर जाम ने अपने पांव पसारने शुरू कर दिए।
शुरुआती दौर में समस्या केवल ब्रजघाट पुल पर आई, लेकिन फिर धीरे-धीरे पुल के दोनों ओर कई किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। पूर्वान्ह लगभग 11 बजे दिल्ली की दिशा से आ रही एक निजी बस का टायर बीच पुल पर फट जाने की वजह से हालात और बिगड़ गए। बाद में गढ़ पुलिस के टीएसआई सुधीर कुमार ने गजरौला से क्रेन बुलवाकर खराब बस को हटवाया। देर शाम को हाईवे को जाम से मुक्ति तो मिली, लेकिन फिर भी ब्रजघाट पुल पर वाहन रेंगते रहे।