अमरोहा। एनआरएचएम घोटाले के डंक से बदहाल हुई स्वास्थ्य सेवाएं फिर जांच के शिकंजा में आ गई हैं। बेहद करीबी सूत्रों की माने तो सीबीआई को उपकरणों की खरीद फरोख्त में घपले का शक हुआ है। जिसके मद्देनजर शासन ने स्वास्थ्य विभाग से एनआरएचएम के तहत सीएचसी और पीएसची को आवंटित की गई धनराशि के उपभोग प्रमाण पत्र तलब किए हैं। इससे स्वास्थ्य महकमे हड़कंप मचा हुआ है।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम में कई हजार करोड़ का घोटाला किया गया। इसका खुलासा हो चुका है। घोटाले की आंच जनपद के स्वास्थ्य अफसरों का पीछा नहीं छोड़ रही है। सीबीआई की जांच का फंदा अफसरों के गले तक पहुंच गया है। मामले से जुड़े सभी कार्यक्रम जांच के दायरे में आते जा रहे हैं। वहीं, एनआरएचएम के तहत जनपद को जननी सुरक्षा योजना, अंधता निर्वाण, स्कूल हेल्थ कार्यक्रम, महिला नसबंदी- पुरुष नसबंदी समेत विभिन्न कार्यक्रमों क्रियान्वयन को करीब दस करोड़ का बजट भेजा गया था।
प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य विभाग से एनआरएचम के तहत आवंटित की गई धनराशि के उपभोग प्रमाण पत्र तलब किए हैं। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी और पीएचसी प्रभारियों से एनआरएचएम से प्राप्त हुइ धनराशि से उपभोग प्रमाण पेश करने कड़े निर्देश जारी कर किए हैं। उपभोग प्रमाण पत्र स्वास्थ्य विभाग के पास जमा करने होंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपभोग प्रमाण पत्रों का रिकार्ड शासन को भेजा जाएगा। शासन स्तर से रिकार्डों की जांच की जाएगी। आवंटित की गई धनराशि और भेजे गए उपभोग प्रमाण पत्र के मिलान में गोलमाल पाए जाने पर अफसरों पर गाज गिर सकती हैं। स्वास्थ्य अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।