अल्मोड़ा। सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था चौपट होती जा रही है। कई स्कूलों में शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाए इन दिनों धूप सेंक रहे हैं। निरीक्षण में खुद मुख्य शिक्षाधिकारी अशोक कुमार जुकरिया को यह सब देखने को मिला। हद तो तब हो गई जब धौलादेवी ब्लाक में जूनियर हाईस्कूल काफली का एक शिक्षक निरीक्षण को पहुंचे मुख्य शिक्षा अधिकारी से ही उलझ गया। वह कुर्सी से भी नहीं उठा और उल्टी सीधी बातें करने लगा। मुख्य शिक्षाधिकारी ने इस शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक तथा विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया ने गुरुवार को धौलादेवी के कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। सीईओ ने बताया कि जब वह निरीक्षण को पहुंचे तो प्राथमिक स्कूल लधौली में शिक्षिकाएं धूप सेंक रही थीं और बातों में मशगूल थीं। विद्यालय का पठन-पाठन स्तर न्यून पाया गया और मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता भी ठीक नहीं थी। सीईओ ने स्कूल में तैनात शिक्षिकाओं का स्पष्टीकरण मांगा है। जुकरिया ने बताया कि जूनियर हाईस्कूल काफली में शिक्षक योगेंद्र सिंह रावत बच्चों को धूप में बैठाए थे और बच्चे आपस में बातें करते मिले।
मुख्य शिक्षाधिकारी के स्कूल पहुंचने पर भी शिक्षक अपनी कुर्सी से नहीं उठा। सीईओ ने उससे शिक्षण व्यवस्था के बारे में जानकारी ली तो वह उल्टा उन्हीं से उलझ गया। मुख्य शिक्षाधिकारी ने बताया कि यह शिक्षक निरीक्षण में बाधा डालते हुए अनर्गल वार्तालाप करने लगा। इस स्कूल में शिक्षण स्तर भी न्यून पाया गया। मुख्य शिक्षाधिकारी ने बताया कि शिक्षक योगेंद्र सिंह रावत के खिलाफ अनुशासनात्मक और विभागीय कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इस विद्यालय में मध्याह्न भोजन व्यवस्था ठीक पाई गई। सीईओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जीआईसी गुरुड़ाबांज में व्यवस्थाएं सही मिली।