मौलेखाल। रविवार देर रात हुई भीषण बारिश से सांकर गांव में एक महिला के घर में भारी मात्रा में मलबा आ गया। मलबे में दुधारू गाय, भैंस तथा एक बछड़े की मौत हो गई। महिला ने पड़ोसी के घर में शरण ले रखी है। भारी बारिश से मोहान-मरचूला-मौलेखाल मार्ग में जगह-जगह मलबा आने से मार्ग आठ घंटे बंद रहा। इसी मार्ग में मलबा तथा भारी मात्रा में पानी बहने से महिंद्रा कंपनी का छोटा हाथी वाहन 100 मीटर गधेरे में बह गया। चालक तथा सहायक ने कूद मारकर जान बचाई।
रविवार देर रात हुई भीषण बारिश से सांकर गांव का गधेरा उफना गया। गधेरे का बहाव गांव की ओर हो गया। इससे शांति देवी पत्नी कृपाल सिंह के गोठ में भारी मात्रा में मलबा घुसने से उसकी गाय, भैंस तथा बछड़े की मौत हो गई । मकान में लंबी चौड़ी दरारें पड़ने के साथ ही वहां पानी भर गया। महिला ने पड़ोसी के घर में शरण ले रखी है। गधेरे के रुख बदलने से गांव के पान सिंह, ठाकुर सिंह, सुरेंद्र सिंह, आनंद सिंह तथा प्रताप सिंह के मकानों को खतरा हो गया है। ग्रामीणों के खेतों में भी भारी मात्रा में मलबा भर गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत दैवीय आपदा मद से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
उधर, मोहान-मरचूला-मौलेखाल मार्ग के कई हिस्सों में मलबा तथा पेड़ उखड़कर आने से सड़क आठ घंटे तक बंद रही। एसडीएम अनिल चिन्याल ने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। भारी बारिश से मरचूला शंकरपुर धूमाकोट तथा मरचूला भैरंगखाल मार्ग भी आठ घंटे तक बंद रहा। इधर रामगंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ने से सांकर गांव में बनी झूला पुल में जाने वाले क्षतिग्रस्त रास्ते में पानी भरने से ग्रामीणों का एक दूसरे गांवों से संपर्क कटा हुआ है। भारी बारिश से मोहान-मरचूला मार्ग में महिंद्रा कंपनी का छोटा हाथी वाहन 100 मीटर दूर गधेरे में बह गया। इस घटना में चालक मो. अली तथा जगरूर हुसैन ने किसी तरह कूदकर जान बचाई।
मौलेखाल। रविवार देर रात हुई भीषण बारिश से सांकर गांव में एक महिला के घर में भारी मात्रा में मलबा आ गया। मलबे में दुधारू गाय, भैंस तथा एक बछड़े की मौत हो गई। महिला ने पड़ोसी के घर में शरण ले रखी है। भारी बारिश से मोहान-मरचूला-मौलेखाल मार्ग में जगह-जगह मलबा आने से मार्ग आठ घंटे बंद रहा। इसी मार्ग में मलबा तथा भारी मात्रा में पानी बहने से महिंद्रा कंपनी का छोटा हाथी वाहन 100 मीटर गधेरे में बह गया। चालक तथा सहायक ने कूद मारकर जान बचाई।
रविवार देर रात हुई भीषण बारिश से सांकर गांव का गधेरा उफना गया। गधेरे का बहाव गांव की ओर हो गया। इससे शांति देवी पत्नी कृपाल सिंह के गोठ में भारी मात्रा में मलबा घुसने से उसकी गाय, भैंस तथा बछड़े की मौत हो गई । मकान में लंबी चौड़ी दरारें पड़ने के साथ ही वहां पानी भर गया। महिला ने पड़ोसी के घर में शरण ले रखी है। गधेरे के रुख बदलने से गांव के पान सिंह, ठाकुर सिंह, सुरेंद्र सिंह, आनंद सिंह तथा प्रताप सिंह के मकानों को खतरा हो गया है। ग्रामीणों के खेतों में भी भारी मात्रा में मलबा भर गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत दैवीय आपदा मद से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है।
उधर, मोहान-मरचूला-मौलेखाल मार्ग के कई हिस्सों में मलबा तथा पेड़ उखड़कर आने से सड़क आठ घंटे तक बंद रही। एसडीएम अनिल चिन्याल ने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। भारी बारिश से मरचूला शंकरपुर धूमाकोट तथा मरचूला भैरंगखाल मार्ग भी आठ घंटे तक बंद रहा। इधर रामगंगा नदी का जलस्तर काफी बढ़ने से सांकर गांव में बनी झूला पुल में जाने वाले क्षतिग्रस्त रास्ते में पानी भरने से ग्रामीणों का एक दूसरे गांवों से संपर्क कटा हुआ है। भारी बारिश से मोहान-मरचूला मार्ग में महिंद्रा कंपनी का छोटा हाथी वाहन 100 मीटर दूर गधेरे में बह गया। इस घटना में चालक मो. अली तथा जगरूर हुसैन ने किसी तरह कूदकर जान बचाई।