चौखुटिया। रामगंगा नदी पर बाढ़ सुरक्षा के लिए तटबंधों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। हालांकि सिंचाई विभाग द्वारा गंगा बाढ़ नियंत्रण परियोजना के तहत भेजा गया आठ करोड़ का प्रस्ताव अभी पटना से स्वीकृत नहीं हो पाया है। परंतु फिलहाल विधायक के प्रयासों से करीब दस लाख की लागत से अधिक खतरे वाले (डेंजर जोन) में तटबंध बनने लगे हैं।
सितंबर 2010 में राम गंगा में आई बाढ़ और आपदा के दौरान बाजार क्षेत्र की कई दुकानों और घरों में पानी घुस गया था। लोगों ने घरों से दूर ऊंचाई वाले स्थानों में शरण ली थी। इसके बाद रामगंगा नदी के किनारे पक्के तटबंध बनाने की लगातार मांग होती रही। इसके लिए शासन स्तर पर हुई कवायद के बाद सिंचाई विभाग द्वारा गंगा बाढ़ नियंत्रण परियोजना के तहत करीब आठ करोड़ का प्रस्ताव बनाकर देहरादून और फिर परियोजना के मुख्यालय पटना भेजा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अब तक धनराशि स्वीकृत नहीं हो पाई है।
इधर लोगों की मांग पर विधायक मदन सिंह बिष्ट ने सिंचाई विभाग के संबंधित उच्च अधिकारियों से बातचीत कर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत दस लाख रुपये स्वीकृत करवाए हैं। इस धनराशि से निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। विधायक श्री बिष्ट का कहना कि आठ करोड़ की धनराशि भी शीघ्र स्वीकृत हो जाएगी। उन्होंने बताया कि चौखुटिया से मासी तक रामगंगा के दोनों ओर तटबंध बनाने के लिए एक प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इधर तटबंध का कार्य शुरू होने पर क्षेत्र के प्रधानों तथा बीडीसी सदस्यों के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री चंदन नेगी, कैलाश पांडे, गणेश अटवाल, मोहित जोशी, गोवर्द्धन हर्बोला आदि ने विधायक का आभार जताया है। इधर, विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता बीसी जोशी ने बताया कि इसमें विद्युत का कोई फाल्ट नहीं है। ट्रांसफार्मर सही है। उन्होंने कहा कि लघु डाल सिंचाई के पंप में ही गड़बड़ी हैं।