न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Updated Tue, 19 Nov 2019 07:09 PM IST
हालीवुड फिल्म आयरन मैन के किरदार से प्ररेणा लेकर बनारस के एक छात्र ने आयरन मैन सूट तैयार किया है। छात्र ने बताया कि यह सूट देश के जवानों की दुश्मनों से युद्ध में रक्षा करेगा और हमारे जवान सुरक्षित रहेंगे।
वाराणसी के पहड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट के आर एंड डी डिपार्टमेंट के छात्र श्याम चौरसिया ने यह सूट बनाया है। उन्होंने बताया कि देश के लिए कुछ करने की जिज्ञासा बचपन से मेरे मन में है। इसी सोच को लेकर मैने देश के जवानों की सुरक्षा के लिए एक ऐसा मेटल सूट (धातु) तैयार किया है, जिसकी मदद से हमारे देश के जवान सुरक्षित रह कर आतंकियों और दुश्मनों का सामना कर सकेंगे।
इस मेटल सूट का वजन तकरीबन सात किलोग्राम है। सूट में अलग-अलग स्थान पर 10 बैरल सेट किया है। सूट में लगाई गई बंदूकों को इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसे वाट्सअप और फेसबुक की मदद से भी संचालित किया जा सकता है।
इस सूट को बनाने का मेरा उद्देश्य अपने देश के जवानों की जान-माल की रक्षा करना है। इस का प्रोटोटाइप माडल खुद मैने तैयार किया है। इसे पहन कर सुरक्षा के साथ हमारे देश के जवान, आतंकियों का सामना कर सकेंगे। श्याम ने बताया कि मेटल सूट का प्रोटोटाइप माडल बनाने में करीब एक से दो महीने का समय लगा है। साथ ही इंस्टीट्यूट के वाइस चेयरमैन अमित मौर्य ने छात्र के इस प्रयास की सराहना की है।
हालीवुड फिल्म आयरन मैन के किरदार से प्ररेणा लेकर बनारस के एक छात्र ने आयरन मैन सूट तैयार किया है। छात्र ने बताया कि यह सूट देश के जवानों की दुश्मनों से युद्ध में रक्षा करेगा और हमारे जवान सुरक्षित रहेंगे।
वाराणसी के पहड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट के आर एंड डी डिपार्टमेंट के छात्र श्याम चौरसिया ने यह सूट बनाया है। उन्होंने बताया कि देश के लिए कुछ करने की जिज्ञासा बचपन से मेरे मन में है। इसी सोच को लेकर मैने देश के जवानों की सुरक्षा के लिए एक ऐसा मेटल सूट (धातु) तैयार किया है, जिसकी मदद से हमारे देश के जवान सुरक्षित रह कर आतंकियों और दुश्मनों का सामना कर सकेंगे।
इस मेटल सूट का वजन तकरीबन सात किलोग्राम है। सूट में अलग-अलग स्थान पर 10 बैरल सेट किया है। सूट में लगाई गई बंदूकों को इंटरनेट और सोशल मीडिया जैसे वाट्सअप और फेसबुक की मदद से भी संचालित किया जा सकता है।
इस सूट को बनाने का मेरा उद्देश्य अपने देश के जवानों की जान-माल की रक्षा करना है। इस का प्रोटोटाइप माडल खुद मैने तैयार किया है। इसे पहन कर सुरक्षा के साथ हमारे देश के जवान, आतंकियों का सामना कर सकेंगे। श्याम ने बताया कि मेटल सूट का प्रोटोटाइप माडल बनाने में करीब एक से दो महीने का समय लगा है। साथ ही इंस्टीट्यूट के वाइस चेयरमैन अमित मौर्य ने छात्र के इस प्रयास की सराहना की है।