महाशिवरात्रि पर निकलने वाली शिवबरात पर होलियाना अंदाज छाया रहेगा। बाबा विश्वनाथ अपने गण, भूत-पिशाच के साथ होली खेलते नजर आएंगे। शिवबरात में देश में बढ़ती महंगाई के बोझ से कराहती जनता की पीड़ा, इलाज के नाम पर जनता के साथ होने वाली लूट-खसोट को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। यह जानकारी संयोजक दिलीप सिंह ने सोमवार को लक्सा स्थित मारवाड़ी युवक संघ लक्सा में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि खेले मशाने में होली पर आधारितलाइट एंड साउंड सिस्टम शिवबरात का मुख्य आकर्षण होंगे। हर साल की तरह शिवबरात महामृत्युंजय मंदिर से निकलेगी।
शिवबरात बुलानाला, चौक, गोदौलिया होते हुए डेढ़सी पुल तक जाएगी। वहां पर वधू पक्ष बारात का स्वागत ठंडई, भांग, माला और फूल से करेगा। काशी में निकलने वाली शिवबरात गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल है।
इसमें दूल्हा सांड़ बनारसी बनेंगे तो व्यापारी नेता बदरूद्दीन अहमद दुल्हन बनेंगे। शिवबरात में भूत-पिशाच, सपेरे, मदारी, साधु-संयासी, देवी-देवता, जादूगर, बैंड बाजा, ढोल और नगाड़ा से सजी बरात में विदेशी सैलानी भी आकर्षण का कें द्र होंगे।
महाशिवरात्रि पर निकलने वाली शिवबरात पर होलियाना अंदाज छाया रहेगा। बाबा विश्वनाथ अपने गण, भूत-पिशाच के साथ होली खेलते नजर आएंगे। शिवबरात में देश में बढ़ती महंगाई के बोझ से कराहती जनता की पीड़ा, इलाज के नाम पर जनता के साथ होने वाली लूट-खसोट को झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। यह जानकारी संयोजक दिलीप सिंह ने सोमवार को लक्सा स्थित मारवाड़ी युवक संघ लक्सा में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि खेले मशाने में होली पर आधारितलाइट एंड साउंड सिस्टम शिवबरात का मुख्य आकर्षण होंगे। हर साल की तरह शिवबरात महामृत्युंजय मंदिर से निकलेगी।
शिवबरात बुलानाला, चौक, गोदौलिया होते हुए डेढ़सी पुल तक जाएगी। वहां पर वधू पक्ष बारात का स्वागत ठंडई, भांग, माला और फूल से करेगा। काशी में निकलने वाली शिवबरात गंगा जमुनी तहजीब की एक मिसाल है।
इसमें दूल्हा सांड़ बनारसी बनेंगे तो व्यापारी नेता बदरूद्दीन अहमद दुल्हन बनेंगे। शिवबरात में भूत-पिशाच, सपेरे, मदारी, साधु-संयासी, देवी-देवता, जादूगर, बैंड बाजा, ढोल और नगाड़ा से सजी बरात में विदेशी सैलानी भी आकर्षण का कें द्र होंगे।