वाराणसी के अस्सी स्थित कुरुक्षेत्र तालाब के सामने स्थापित पंचरत्न मंदिर से गुरुवार की सुबह डेढ़ सौ साल पुरानी डेढ़ फीट की श्रीकृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई। भेलूपुर थाने की पुलिस ने मंदिर परिसर स्थित होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो तीन युवक मंदिर में घुसते और फिर जैकेट में छिपाकर मूर्ति ले जाते दिखे।
पुलिस फुटेज के सहारे 20 से 22 वर्ष के तीनों युवकों की पहचान करने के प्रयास में जुटी है। बताया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चोरी गई मूर्ति की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा है।
अस्सी में डेढ़ सौ साल पहले बिहार के सीतामढ़ी के समीप की सुरसंड रियासत के राजपरिवार द्वारा पंचरत्न मंदिर का निर्माण कराया गया था।
परिसर के पांच अलग-अलग मंदिरों में राधा-कृष्ण, हनुमान, शंकर-पार्वती, लक्ष्मी-नारायण और राम-जानकी की अष्टधातु की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।
मंदिर परिसर में ही पुजारी दीपक मिश्रा और उनके परिवार के अन्य लोग रहते हैं। बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह पुजारी परिवार की महिलाएं साढ़े सात बजे के लगभग मंदिर से पूजा कर बाहर निकलीं तो सभी मूर्तियां अपनी जगह थीं।
करीब आठ बजे परिवार के अन्य लोग मंदिर में गए तो राधा-कृष्ण के मंदिर से श्रीकृष्ण की मूर्ति गायब थी।
पुलिस को सूचना दी गई। भेलूपुर इंस्पेक्टर मंदिर पहुंचे तो देखा कि श्रीकृष्ण की मूर्ति उखाड़ी गई है और दोनों पंजों का कुछ हिस्सा बचा रह गया है।
वाराणसी के अस्सी स्थित कुरुक्षेत्र तालाब के सामने स्थापित पंचरत्न मंदिर से गुरुवार की सुबह डेढ़ सौ साल पुरानी डेढ़ फीट की श्रीकृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो गई। भेलूपुर थाने की पुलिस ने मंदिर परिसर स्थित होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो तीन युवक मंदिर में घुसते और फिर जैकेट में छिपाकर मूर्ति ले जाते दिखे।
पुलिस फुटेज के सहारे 20 से 22 वर्ष के तीनों युवकों की पहचान करने के प्रयास में जुटी है। बताया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चोरी गई मूर्ति की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा है।
अस्सी में डेढ़ सौ साल पहले बिहार के सीतामढ़ी के समीप की सुरसंड रियासत के राजपरिवार द्वारा पंचरत्न मंदिर का निर्माण कराया गया था।
परिसर के पांच अलग-अलग मंदिरों में राधा-कृष्ण, हनुमान, शंकर-पार्वती, लक्ष्मी-नारायण और राम-जानकी की अष्टधातु की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।
मंदिर परिसर में ही पुजारी दीपक मिश्रा और उनके परिवार के अन्य लोग रहते हैं। बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह पुजारी परिवार की महिलाएं साढ़े सात बजे के लगभग मंदिर से पूजा कर बाहर निकलीं तो सभी मूर्तियां अपनी जगह थीं।
करीब आठ बजे परिवार के अन्य लोग मंदिर में गए तो राधा-कृष्ण के मंदिर से श्रीकृष्ण की मूर्ति गायब थी।
पुलिस को सूचना दी गई। भेलूपुर इंस्पेक्टर मंदिर पहुंचे तो देखा कि श्रीकृष्ण की मूर्ति उखाड़ी गई है और दोनों पंजों का कुछ हिस्सा बचा रह गया है।