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वाराणसी/सारनाथ। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के लिए आसपास के भवनों को खरीदने की प्रशासन की योजना की तर्ज पर भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय मानमहल को सजाएगा और संवारेगा। रविवार को केंद्रीय संस्कृति सचिव संगीता गैरोला ने मानमहल का निरीक्षण किया। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि मानमहल के आसपास खंडहर नजर आ रहे भवनों को खरीदने के लिए संबंधित भवन स्वामियों से बात करें।
मानमहल भ्रमण के दौरान विभागीय अधिकारियों ने श्रीमती गैरोला को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा आसपास के भवनों को खरीदे जाने की योजना से अवगत कराया। इस प्रयास की उन्होंने सराहना की। कहा कि ऐसा प्रयास कर मानमहल को भी सजाया संवारा जा सकता है। इसके लिए उन्होंने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मानमहल के पास खंडहर नजर आ रहे भवनों को खरीदने के संबंध में बात आगे बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने मानमहल के आसपास से अतिक्रमण हटाने और सफाई के संबंध में स्थानीय प्रशासन से बात करने का निर्देश भी दिया। गौरतलब है कि मानमहल राजा मान सिंह ने 17वीं शताब्दी में बनवाया था। बाद में राजा जयसिंह ने जयपुर, दिल्ली, मथुरा, उज्जैन और बनारस में वेधशाला का निर्माण कराया था। मानमहल में ही वेधशाला भी स्थित है। उधर, संस्कृति मंत्रालय की सचिव संगीता ने सारनाथ खंडहर परिसर, धम्मेक स्तूप व अन्य पुरावशेषों के अवलोकन के बाद हुई बातचीत में कहा कि सारनाथ संग्रहालय का विस्तार किया जाएगा। इसका प्रस्ताव विचाराधीन है। जल्दी ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में रखे पुरावशेेषों के डिस्प्ले करने की योजना भी है। प्रकाश व्यवस्था में सुधार की भी योजना है। उन्होंने कहा कि सारनाथ का संग्रहालय बहुत पुराना है। यहां मौर्यकाल के महत्वपूर्ण पुरावशेष सुरक्षित रखे गए हैं। अवलोकन के बाद पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने सभागार में संग्रहालय में रखे पुरावशेषों के बारे रिफ्लेक्टर के जरिये प्रदर्शन कर विस्तार से जानकारी दी।
वाराणसी/सारनाथ। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के लिए आसपास के भवनों को खरीदने की प्रशासन की योजना की तर्ज पर भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय मानमहल को सजाएगा और संवारेगा। रविवार को केंद्रीय संस्कृति सचिव संगीता गैरोला ने मानमहल का निरीक्षण किया। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि मानमहल के आसपास खंडहर नजर आ रहे भवनों को खरीदने के लिए संबंधित भवन स्वामियों से बात करें।
मानमहल भ्रमण के दौरान विभागीय अधिकारियों ने श्रीमती गैरोला को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा आसपास के भवनों को खरीदे जाने की योजना से अवगत कराया। इस प्रयास की उन्होंने सराहना की। कहा कि ऐसा प्रयास कर मानमहल को भी सजाया संवारा जा सकता है। इसके लिए उन्होंने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मानमहल के पास खंडहर नजर आ रहे भवनों को खरीदने के संबंध में बात आगे बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने मानमहल के आसपास से अतिक्रमण हटाने और सफाई के संबंध में स्थानीय प्रशासन से बात करने का निर्देश भी दिया। गौरतलब है कि मानमहल राजा मान सिंह ने 17वीं शताब्दी में बनवाया था। बाद में राजा जयसिंह ने जयपुर, दिल्ली, मथुरा, उज्जैन और बनारस में वेधशाला का निर्माण कराया था। मानमहल में ही वेधशाला भी स्थित है। उधर, संस्कृति मंत्रालय की सचिव संगीता ने सारनाथ खंडहर परिसर, धम्मेक स्तूप व अन्य पुरावशेषों के अवलोकन के बाद हुई बातचीत में कहा कि सारनाथ संग्रहालय का विस्तार किया जाएगा। इसका प्रस्ताव विचाराधीन है। जल्दी ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में रखे पुरावशेेषों के डिस्प्ले करने की योजना भी है। प्रकाश व्यवस्था में सुधार की भी योजना है। उन्होंने कहा कि सारनाथ का संग्रहालय बहुत पुराना है। यहां मौर्यकाल के महत्वपूर्ण पुरावशेष सुरक्षित रखे गए हैं। अवलोकन के बाद पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने सभागार में संग्रहालय में रखे पुरावशेषों के बारे रिफ्लेक्टर के जरिये प्रदर्शन कर विस्तार से जानकारी दी।