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वाराणसी। महिला सशक्तिकरण, बच्चों की शिक्षा और एड्स के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से रविवार को भावी इंजीनियरों ने मैराथन दौड़ लगाई। मौका था काशी यात्रा के तहत बीएचयू में आयोजित मैराथन रेस का। इस कार्यक्रम के तहत पहली बार आयोजित रेस में भावी इंजीनियरों का उत्साह देखते बन रहा था। मैराथन में बीएचयू के शाश्वत आनंद ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अलावा रेस पूरा करने वाले पहले सौ प्रतिभागियों को उपहार दिए गए।
बीएचयू आईआईटी की ओर से आयोजित चार दिवसीय यूथ फेस्ट काशीयात्रा के अंतिम दिन रविवार को सुबह आठ बजे आईआईटी जिमखाना एथलेटिक ग्राउंड में बने अनुज ड्रीम विलेज से मैराथन रेस शुरू हुई। काशीयात्रा में हिस्सा लेने आए विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों के करीब 250 छात्रों ने प्रतिभाग किया। एथलेटिक ग्राउंड से शुरू हुई रेस के धावक स्वतंत्रता भवन, एम्फीथिएटर ग्राउंड होते हुए लंका मुख्य द्वार तक पहुंचे। यहां से पुन: मधुबन पार्क, हिंदी भवन, विश्वनाथ मंदिर होते हुए एथलेटिक ग्राउंड पहुंचने पर समाप्त हुई। मैराथन रेस के आगे बाइक पर सवार कई छात्र नारी सशक्तिकरण, गरीब बच्चों की शिक्षा और एड्स संबंधित स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर चल रहे थे। थे। साथ ही ड्रम भी बजा रहे थे।
वाराणसी। महिला सशक्तिकरण, बच्चों की शिक्षा और एड्स के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से रविवार को भावी इंजीनियरों ने मैराथन दौड़ लगाई। मौका था काशी यात्रा के तहत बीएचयू में आयोजित मैराथन रेस का। इस कार्यक्रम के तहत पहली बार आयोजित रेस में भावी इंजीनियरों का उत्साह देखते बन रहा था। मैराथन में बीएचयू के शाश्वत आनंद ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अलावा रेस पूरा करने वाले पहले सौ प्रतिभागियों को उपहार दिए गए।
बीएचयू आईआईटी की ओर से आयोजित चार दिवसीय यूथ फेस्ट काशीयात्रा के अंतिम दिन रविवार को सुबह आठ बजे आईआईटी जिमखाना एथलेटिक ग्राउंड में बने अनुज ड्रीम विलेज से मैराथन रेस शुरू हुई। काशीयात्रा में हिस्सा लेने आए विभिन्न इंजीनियरिंग कालेजों के करीब 250 छात्रों ने प्रतिभाग किया। एथलेटिक ग्राउंड से शुरू हुई रेस के धावक स्वतंत्रता भवन, एम्फीथिएटर ग्राउंड होते हुए लंका मुख्य द्वार तक पहुंचे। यहां से पुन: मधुबन पार्क, हिंदी भवन, विश्वनाथ मंदिर होते हुए एथलेटिक ग्राउंड पहुंचने पर समाप्त हुई। मैराथन रेस के आगे बाइक पर सवार कई छात्र नारी सशक्तिकरण, गरीब बच्चों की शिक्षा और एड्स संबंधित स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर चल रहे थे। थे। साथ ही ड्रम भी बजा रहे थे।