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वाराणसी। मुंबई के जेजे हास्पिटल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे सुभाष ठाकुर के बीएचयू अस्पताल में भर्ती होने की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। शुक्रवार की सुबह आनन-फानन में लंका पुलिस उसके पास पहुंची। शाम को वह फतेहगढ़ लौट गया।
खास बात यह है कि दिन में बीमारी का कारण बताकर वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ। वहीं, शाम को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस भी कटघरे में है। शिवपुर थाने में दर्ज आर्म्स एक्ट के मुकदमे में सुभाष ठाकुर की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी थी। पेशी के एक दिन पूर्व गुरुवार की दोपहर ही वह बीएचयू अस्पताल पहुंच गया। हड्डी रोग विभाग के एक डाक्टर ने उन्हें स्पेशल वार्ड बी में भर्ती कर लिया। इसकी जानकारी न तो पुलिस, प्रशासन और न ही स्थानीय जेल के अधिकारियों को दी गई। सुभाष के अधिवक्ता पीपी गौतम को भी इसकी जानकारी नहीं थी। अमर उजाला में खबर छपने के बाद सोई हुई पुलिस हरकत में आई और उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू की। दिन में उसकी पेशी होनी थी लेकिन फतेहगढ़ से उसकी सुरक्षा में आया एक दारोगा कोर्ट पहुंचा। कोर्ट को बताया कि बीमारी की वजह से सुभाष ठाकुर पेश नहीं हो सका। डाक्टर ने कंपलीट बेड रेस्ट की सलाह दी है। वहीं, शाम करीब सात बजे सुभाष ठाकुर को बीएचयू से डिस्चार्ज कर दिया गया। वाराणसी पुलिस उसे मुगलसराय स्टेशन तक छोड़ने गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह शुक्रवार दोपहर शहर के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाला है।
वाराणसी। मुंबई के जेजे हास्पिटल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे सुभाष ठाकुर के बीएचयू अस्पताल में भर्ती होने की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। शुक्रवार की सुबह आनन-फानन में लंका पुलिस उसके पास पहुंची। शाम को वह फतेहगढ़ लौट गया।
खास बात यह है कि दिन में बीमारी का कारण बताकर वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ। वहीं, शाम को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस भी कटघरे में है। शिवपुर थाने में दर्ज आर्म्स एक्ट के मुकदमे में सुभाष ठाकुर की शुक्रवार को कोर्ट में पेशी थी। पेशी के एक दिन पूर्व गुरुवार की दोपहर ही वह बीएचयू अस्पताल पहुंच गया। हड्डी रोग विभाग के एक डाक्टर ने उन्हें स्पेशल वार्ड बी में भर्ती कर लिया। इसकी जानकारी न तो पुलिस, प्रशासन और न ही स्थानीय जेल के अधिकारियों को दी गई। सुभाष के अधिवक्ता पीपी गौतम को भी इसकी जानकारी नहीं थी। अमर उजाला में खबर छपने के बाद सोई हुई पुलिस हरकत में आई और उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू की। दिन में उसकी पेशी होनी थी लेकिन फतेहगढ़ से उसकी सुरक्षा में आया एक दारोगा कोर्ट पहुंचा। कोर्ट को बताया कि बीमारी की वजह से सुभाष ठाकुर पेश नहीं हो सका। डाक्टर ने कंपलीट बेड रेस्ट की सलाह दी है। वहीं, शाम करीब सात बजे सुभाष ठाकुर को बीएचयू से डिस्चार्ज कर दिया गया। वाराणसी पुलिस उसे मुगलसराय स्टेशन तक छोड़ने गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह शुक्रवार दोपहर शहर के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाला है।