वाराणसी। मीडिया के नाम पर दलाली करने वालों पर रेलवे ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके लिए बाकायदा कैटेगरी निर्धारित की जा रही है। अब पत्रकार काउंटर से तत्काल टिकट लेने वाले मीडियाकर्मियों को यात्रा करने वाले की आईडी प्रूफ के साथ ही अपने परिचय पत्र की भी फोटो स्टेट कापी आरक्षण काउंटर पर देनी पड़ेगी। यही नहीं, दलालों पर नजर रखने के लिए तत्काल काउंटर पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा।
यह जानकारी लखनऊ से आई अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम ने दी। उन्होंने बताया कि वास्तविक पत्रकारों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। जब से दलालों पर सख्ती शुरू हुई है तब से उन्होंने फर्जी मीडिया कार्ड के सहारे अपना धंधा शुरू कर दिया है। यहां के कुछ पत्रकारों की शिकायत के बाद ही लखनऊ से जांच टीम बनारस आई है। टीम का कहना था कि कुछ लोग मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं। इनके ऊपर नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
इसके पूर्व टीम के सदस्यों ने पत्रकार काउंटर और रेलकर्मी काउंटर नंबर 905 का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने चार दिनों के तत्काल टिकट बनवाने के लिए दिए गए फार्म निकलवाए। इनमें अधिकतर टिकट ऐसे अखबारों के प्रतिनिधियों ने बनवाए थे, जो कभी दिखते ही नहीं। यही नहीं, इन पत्रकारों ने तत्काल टिकट बनवाने के लिए गुलाबी के बजाय सफेद फार्म भरे हैं।
वाराणसी। मीडिया के नाम पर दलाली करने वालों पर रेलवे ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसके लिए बाकायदा कैटेगरी निर्धारित की जा रही है। अब पत्रकार काउंटर से तत्काल टिकट लेने वाले मीडियाकर्मियों को यात्रा करने वाले की आईडी प्रूफ के साथ ही अपने परिचय पत्र की भी फोटो स्टेट कापी आरक्षण काउंटर पर देनी पड़ेगी। यही नहीं, दलालों पर नजर रखने के लिए तत्काल काउंटर पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा।
यह जानकारी लखनऊ से आई अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम ने दी। उन्होंने बताया कि वास्तविक पत्रकारों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। जब से दलालों पर सख्ती शुरू हुई है तब से उन्होंने फर्जी मीडिया कार्ड के सहारे अपना धंधा शुरू कर दिया है। यहां के कुछ पत्रकारों की शिकायत के बाद ही लखनऊ से जांच टीम बनारस आई है। टीम का कहना था कि कुछ लोग मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं। इनके ऊपर नजर रखी जा रही है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
इसके पूर्व टीम के सदस्यों ने पत्रकार काउंटर और रेलकर्मी काउंटर नंबर 905 का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने चार दिनों के तत्काल टिकट बनवाने के लिए दिए गए फार्म निकलवाए। इनमें अधिकतर टिकट ऐसे अखबारों के प्रतिनिधियों ने बनवाए थे, जो कभी दिखते ही नहीं। यही नहीं, इन पत्रकारों ने तत्काल टिकट बनवाने के लिए गुलाबी के बजाय सफेद फार्म भरे हैं।