वाराणसी। बीएचयू में एक साल में छेड़खानी की 11 घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन किसी भी मामले में आरोपियाें पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इससे विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली लगभग पांच हजार छात्राएं व्यथित हैं। लचर सुरक्षा व्यवस्था के चलते परिसर में असामाजिक तत्वाें का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।
छेड़खानी की इन घटनाओं में नौ मामले यौन शोषण निरोधात्मक निवारण सेल के पास लंबित हैं, जबकि दो मामले हाल में आए वह भी जांच कमेटी के पास विचाराधीन हैं। छेड़खानी की घटनाआें से छात्राएं इतनी आजिज आ गईं हैं कि सितंबर माह में एक आरोपी को उन्होंने दौड़ाकर पकड़ लिया। पिछले साल जनवरी में मेडिकल की एक छात्रा को एक रेजीडेंट ने उस समय छेड़ दिया जब वह क्लास करने जा रही थी। इसी माह हिंदी विभाग के पास हुई छेड़खानी में एक छात्रा ने मामला दर्ज कराया। एक छात्र ने तो एक छात्रा के साथ छेड़खानी ही नहीं की, उसका सिर भी फोड़ दिया। घायल छात्रा का कई दिनाें तक सर सुंदरलाल अस्पताल के आईसीयू में उपचार चला। आरोपी दो छात्राें को विश्वविद्यालय से निष्कासित तो कर दिया गया, लेकिन इनमें से एक छात्र विश्वविद्यालय की राजनीति में सक्रिय रहा। मार्च से सितंबर तक हुईं छेड़खानी की छह घटनाआें ने छात्राओं को हिलाकर रख दिया।
कोट :
छेड़खानी की घटनाआें को रोकने के लिए हमारे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। जब सूचना मिलती है तो सुरक्षाकर्मियाें को भेजा जाता है। आरोपी विश्वविद्यालय के छात्राें पर नियमानुसार कार्रवाई की जाती है, जबकि बाहरी छात्र या अन्य युवकाें पर कार्रवाई के लिए जिला पुलिस को पत्र भेजा जाता है।-प्रो. एके जोशी, चीफ प्राक्टर, बीएचयू
गुरुवार का घटनाक्रम
- करीब एक बजे बिरला हास्टल के बाहर तीन छात्राओं के साथ हास्टल के छात्रों ने छेड़खानी की, भद्दी-भद्दी गालियां दीं
- छात्राओं ने वहीं से प्राक्टोरियल कार्यालय में इसकी सूचना दी
- बीस मिनट बाद प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम मौके पर पहुंचीं
- इसके बाद छात्राएं हिंदी विभाग पहुंचीं, वहां सवा दो बजे चीफ प्राक्टर को ज्ञापन दिया
- यहां आरोपी और निष्कासित छात्र ने छात्राओं को खुली धमकी दी
- ढाई बजे छात्राएं एकजुट होकर वीसी लॉज घेरने के लिए जुलूस की शक्ल में निकलीं
- छात्र परिषद कार्यालय चौराहे पर सुरक्षाकर्मियों का विरोध करतीं आगे बढ़ गईं
- एलडी चौराहे पर पर करीब दस मिनट तक सुरक्षाकर्मियों से छात्राओं की तीखी झड़प हुई। छात्राएं बैरिकेडिंग हटाते सुरक्षाकर्मियों का विरोध करते हुए करीब तीन बजे वीसी लॉज पहुंचकर धरने पर बैठ गईं
- साढ़े तीन बजे बिरला हास्टल के पचास से ज्यादा छात्र भी वीसी लॉज के सामने छात्राओं के विरोध में धरने पर बैठ गए
- साढ़े पांच बजे लड़के वापस लौट गए पर छात्राएं डटी रहीं
- छह बजे पांच छात्राओं का प्रतिनिधिमंडल कुलपति से वार्ता करने केंद्रीय कार्यालय गया