वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध 13 कालेजों की मान्यता समाप्त कर दी गई है। यह फैसला कुलपति प्रो. बिंदा प्रसाद मिश्र की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में किया गया। जिन कालेजों की मान्यता समाप्त हुई है उनमें अभयनारायण संस्कृत महाविद्यालय धर्मापुर जौनपुर, बालेश्वर प्रसाद संस्कृत महाविद्यालय बलिया, महत्पालेश्वर हरिप्रसन्न संस्कृत महाविद्यालय सहतवार बलिया, जागेश्वर केदार तिवारी प्राच्य विद्यापीठ कैमूर बिहार, विश्वबंधु संस्कृत महाविद्यालय सिद्धार्थनगर, जयहिंद संस्कृत महाविद्यालय जौनपुर, सनातन देवी दास महाविद्यालय जौनपुर, लक्ष्मीनारायण महाविद्यालय जौनपुर, सार्वभौम शिक्षाश्रम संस्कृत महाविद्यालय गया बिहार एवं पाणिनि कन्या महाविद्यालय सिद्धार्थनगर शामिल हैं।
बैठक में तीन महाविद्यालयों को मान्यता प्रदान की गई। तय किया गया कि वार्षिक परीक्षा में जिन केंद्रों के खिलाफ नकल की शिकायत मिली थी और जिन्हें इस आरोप से मुक्त कर दिया गया है कि वे 10 नवंबर तक प्रवेश कार्य पूरा कर लें। विभिन्न पुरस्कारों के चयन के लिए प्रो. गंगाधर पंडा, प्रो. यदुनाथ प्रसाद दुबे एवं डा. रजनीश कुमार शुक्ल को नामित किया गया। इसके साथ ही शिक्षकों के रिक्त पदों पर विज्ञापन कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया गया।
दस तक प्रमाणपत्र जमा न किया तो प्रवेश निरस्त
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अध्ययनरत ऐसे छात्र जिन्होंने अब तक टीसी, माइग्रेशन, एंटी रैगिंग शपथ पत्र जमा नहीं किया है वे 10 नवंबर तक इसे जमा कर दें। छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. रमेश कुमार द्विवेदी के अनुसार निर्धारित तिथि तक प्रमाणपत्र जमा न करने वालों का प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा।
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध 13 कालेजों की मान्यता समाप्त कर दी गई है। यह फैसला कुलपति प्रो. बिंदा प्रसाद मिश्र की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में किया गया। जिन कालेजों की मान्यता समाप्त हुई है उनमें अभयनारायण संस्कृत महाविद्यालय धर्मापुर जौनपुर, बालेश्वर प्रसाद संस्कृत महाविद्यालय बलिया, महत्पालेश्वर हरिप्रसन्न संस्कृत महाविद्यालय सहतवार बलिया, जागेश्वर केदार तिवारी प्राच्य विद्यापीठ कैमूर बिहार, विश्वबंधु संस्कृत महाविद्यालय सिद्धार्थनगर, जयहिंद संस्कृत महाविद्यालय जौनपुर, सनातन देवी दास महाविद्यालय जौनपुर, लक्ष्मीनारायण महाविद्यालय जौनपुर, सार्वभौम शिक्षाश्रम संस्कृत महाविद्यालय गया बिहार एवं पाणिनि कन्या महाविद्यालय सिद्धार्थनगर शामिल हैं।
बैठक में तीन महाविद्यालयों को मान्यता प्रदान की गई। तय किया गया कि वार्षिक परीक्षा में जिन केंद्रों के खिलाफ नकल की शिकायत मिली थी और जिन्हें इस आरोप से मुक्त कर दिया गया है कि वे 10 नवंबर तक प्रवेश कार्य पूरा कर लें। विभिन्न पुरस्कारों के चयन के लिए प्रो. गंगाधर पंडा, प्रो. यदुनाथ प्रसाद दुबे एवं डा. रजनीश कुमार शुक्ल को नामित किया गया। इसके साथ ही शिक्षकों के रिक्त पदों पर विज्ञापन कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया गया।
दस तक प्रमाणपत्र जमा न किया तो प्रवेश निरस्त
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अध्ययनरत ऐसे छात्र जिन्होंने अब तक टीसी, माइग्रेशन, एंटी रैगिंग शपथ पत्र जमा नहीं किया है वे 10 नवंबर तक इसे जमा कर दें। छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. रमेश कुमार द्विवेदी के अनुसार निर्धारित तिथि तक प्रमाणपत्र जमा न करने वालों का प्रवेश निरस्त कर दिया जाएगा।