वाराणसी। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों को एक समूह बनाकर कारोबार करना होगा। जहां विदेशी ग्राहकों को सभी प्रकार के आइटम एक जगह उपलब्ध हो जाए। यह प्रयोग यूथ निर्यातकों ने शुरू कर दिया है। मुंबई में सात निर्यातकों ने मिलकर एक कार्यालय खोला है।
ये बातें वाराणसी रग हाउस की निदेशक लीजा कपूर ने बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि पांच-छह निर्यातकों की एक कंपनी बनाकर काम किया जाए तो निर्यात और बढ़ जाएगा। पहले विदेशों से थोक खरीदार यहां आते थे। अपने देश में माल ले जाकर रिटेलरों को देते थे। इधर निर्यात कारोबार में बदलाव आया है। वर्तमान में रिटेलर अधिक संख्या में आ रहे हैं। विदेशी ग्राहक एक स्थान पर सभी उत्पाद चाहते हैं। ऐसे में कालीन, टेक्सटाइल, हस्त शिल्प से जुड़े निर्यातकों को मिलकर एक कंपनी बनाकर निर्यात शुरू करना चाहिए।
वाराणसी। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों को एक समूह बनाकर कारोबार करना होगा। जहां विदेशी ग्राहकों को सभी प्रकार के आइटम एक जगह उपलब्ध हो जाए। यह प्रयोग यूथ निर्यातकों ने शुरू कर दिया है। मुंबई में सात निर्यातकों ने मिलकर एक कार्यालय खोला है।
ये बातें वाराणसी रग हाउस की निदेशक लीजा कपूर ने बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि पांच-छह निर्यातकों की एक कंपनी बनाकर काम किया जाए तो निर्यात और बढ़ जाएगा। पहले विदेशों से थोक खरीदार यहां आते थे। अपने देश में माल ले जाकर रिटेलरों को देते थे। इधर निर्यात कारोबार में बदलाव आया है। वर्तमान में रिटेलर अधिक संख्या में आ रहे हैं। विदेशी ग्राहक एक स्थान पर सभी उत्पाद चाहते हैं। ऐसे में कालीन, टेक्सटाइल, हस्त शिल्प से जुड़े निर्यातकों को मिलकर एक कंपनी बनाकर निर्यात शुरू करना चाहिए।