वाराणसी। वीकेएम इंटर कालेज में चल रहे चमत्कारों के वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित कार्यशाला के समापन समारोह में सोमवार को कुछ और चमत्कारों के सच का खुलासा किया गया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के कमांडेंट वीएल शर्मा ने कहा कि समाज से ढोंगी बाबाओं के आडंबर को हटाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा। इसके लिए लोगों को जागरूक बनाना होगा। साथ ही ऐसे लोगों से सतर्क करना होगा।
आयोजक संस्था इलाहाबाद के विकास के प्रमोद मिश्र ने बताया कि महाराष्ट्र के शिवपुरी में कमर अली दरवेश की दरगाह में किस प्रकार 80 किलो के पत्थर को श्रद्धालुओं द्वारा अंगुलियों पर उठा लिया जाता है। ऐसा चमत्कार 80 किलो के एक व्यक्ति को चार अन्य लोगों ने अंगुलियों पर उठाकर दिखाया। बताया कि वास्तव में एक उंगुली पर 20 किलो वजन उठाया जा सकता है। जब चार व्यक्ति एक साथ बल लगाते हैं तो प्रत्येक व्यक्ति की अंगुलियों पर 20 किलो भार पड़ता है और व्यक्ति आसानी से उठ जाता है। इसके बाद जीभ में त्रिशूल आर-पार कर दिखाया गया। बताया गया कि त्रिशूल बीच में यू आकार में मुड़ी होती है जिसे जीभ में फंसा लिया जाता है। इससे ऐसा महसूस होता है कि त्रिशूल जीभ में आर-पार हो गई।
विद्यालय की प्रधानाचार्य शहला नसरीन ने बताया कि अंध विश्वास तथा भ्रांतियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों एवं बच्चों की टीम तैयार की जाएगी जो गली-गली और शहर-शहर में जागरूकता अभियान चलाएंगी। संचालन मधु पारिख एवं राजेंद्र गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रबंधक ज्वाला प्रसाद मिश्र ने किया।
वाराणसी। वीकेएम इंटर कालेज में चल रहे चमत्कारों के वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित कार्यशाला के समापन समारोह में सोमवार को कुछ और चमत्कारों के सच का खुलासा किया गया। इस अवसर पर सीआरपीएफ के कमांडेंट वीएल शर्मा ने कहा कि समाज से ढोंगी बाबाओं के आडंबर को हटाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा। इसके लिए लोगों को जागरूक बनाना होगा। साथ ही ऐसे लोगों से सतर्क करना होगा।
आयोजक संस्था इलाहाबाद के विकास के प्रमोद मिश्र ने बताया कि महाराष्ट्र के शिवपुरी में कमर अली दरवेश की दरगाह में किस प्रकार 80 किलो के पत्थर को श्रद्धालुओं द्वारा अंगुलियों पर उठा लिया जाता है। ऐसा चमत्कार 80 किलो के एक व्यक्ति को चार अन्य लोगों ने अंगुलियों पर उठाकर दिखाया। बताया कि वास्तव में एक उंगुली पर 20 किलो वजन उठाया जा सकता है। जब चार व्यक्ति एक साथ बल लगाते हैं तो प्रत्येक व्यक्ति की अंगुलियों पर 20 किलो भार पड़ता है और व्यक्ति आसानी से उठ जाता है। इसके बाद जीभ में त्रिशूल आर-पार कर दिखाया गया। बताया गया कि त्रिशूल बीच में यू आकार में मुड़ी होती है जिसे जीभ में फंसा लिया जाता है। इससे ऐसा महसूस होता है कि त्रिशूल जीभ में आर-पार हो गई।
विद्यालय की प्रधानाचार्य शहला नसरीन ने बताया कि अंध विश्वास तथा भ्रांतियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों एवं बच्चों की टीम तैयार की जाएगी जो गली-गली और शहर-शहर में जागरूकता अभियान चलाएंगी। संचालन मधु पारिख एवं राजेंद्र गुप्ता ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्रबंधक ज्वाला प्रसाद मिश्र ने किया।