वाराणसी। कबीरचौरा मूलगादी पर प्राकट्य महोत्सव के दूसरे दिन रविवार सुबह नीरू टीले पर कबीर झोपड़ी के लिए भूमि पूजन किया गया। इसमें देश भर से आए कबीर के अनुयायी शामिल थे। पीठाधीश्वर आचार्य महंत विवेक दास की मौजूदगी में संकल्प लिया गया कि दो साल के भीतर ही कबीर की हाईटेक झोपड़ी देश-दुनिया के दर्शनार्थ मानस पटल पर नजर आएगी। शाम को अनुयायियों, संतों ने कबीर के भजन पेश किए।
इस वैज्ञानिक युग में कबीर के विश्व पटल पर लोग करीब से जान सकें इसके लिए हाईकेट झोपड़ी का निर्माण कराया जा रहा है। भूमि पूजन के मौके पर महंत विवेक दास ने बताया कि कबीर की हाईटेक झोपड़ी उसी नीरू टीले पर यादगार होगी, जहां 15वीं शताब्दी में नीरू-नीमा नामक जुलाहा दंपती ने उनका पालन-पोषण किया था। संत के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मूलगादी की ओर से कबीरचौरा मठ सोशल मीडिया केंद्र की भी स्थापना की गई है। इस केंद्र का उद्घाटन चार जून को किया जाएगा। इस केंद्र को मूलगादी ब्लाग, जी-मेल, आरकुट, यू ट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर भी रजिस्टर्ड किया गया है। उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. अखिलेश सिंह करेंगे। इस मीडिया नेटवर्किगिं साइट्स को तैयार करने में अनूप और रोहित की भूमिका की महंत विवेक दास ने सराहना की। शाम को देश के कोने-कोने से आए कबीर पंथियों ने मूलगादी परिसर में कबीर के भजनों की प्रस्तुति की।
इनसेट
प्राकट्य स्थल पर छाया अमर उजाला
वाराणसी। कबीर की हाईटेक झोपड़ी के लिए भूमि पूजन अवसर पर मूलगादी परिसर में अमर उजाला छाया रहा। वर्ष भर पहले इस अखबार ने ही सबसे पहले ‘हाईटेक झोपड़ी में दिखेगा कबीर का ताना-बाना’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। अखबार की उस खबर को भूमि पूजन स्थल से लेकर प्राकट्य महोत्सव के स्वागत द्वार और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिगिं के रूप में फोकस किया गया है।
वाराणसी। कबीरचौरा मूलगादी पर प्राकट्य महोत्सव के दूसरे दिन रविवार सुबह नीरू टीले पर कबीर झोपड़ी के लिए भूमि पूजन किया गया। इसमें देश भर से आए कबीर के अनुयायी शामिल थे। पीठाधीश्वर आचार्य महंत विवेक दास की मौजूदगी में संकल्प लिया गया कि दो साल के भीतर ही कबीर की हाईटेक झोपड़ी देश-दुनिया के दर्शनार्थ मानस पटल पर नजर आएगी। शाम को अनुयायियों, संतों ने कबीर के भजन पेश किए।
इस वैज्ञानिक युग में कबीर के विश्व पटल पर लोग करीब से जान सकें इसके लिए हाईकेट झोपड़ी का निर्माण कराया जा रहा है। भूमि पूजन के मौके पर महंत विवेक दास ने बताया कि कबीर की हाईटेक झोपड़ी उसी नीरू टीले पर यादगार होगी, जहां 15वीं शताब्दी में नीरू-नीमा नामक जुलाहा दंपती ने उनका पालन-पोषण किया था। संत के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मूलगादी की ओर से कबीरचौरा मठ सोशल मीडिया केंद्र की भी स्थापना की गई है। इस केंद्र का उद्घाटन चार जून को किया जाएगा। इस केंद्र को मूलगादी ब्लाग, जी-मेल, आरकुट, यू ट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर भी रजिस्टर्ड किया गया है। उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. अखिलेश सिंह करेंगे। इस मीडिया नेटवर्किगिं साइट्स को तैयार करने में अनूप और रोहित की भूमिका की महंत विवेक दास ने सराहना की। शाम को देश के कोने-कोने से आए कबीर पंथियों ने मूलगादी परिसर में कबीर के भजनों की प्रस्तुति की।
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प्राकट्य स्थल पर छाया अमर उजाला
वाराणसी। कबीर की हाईटेक झोपड़ी के लिए भूमि पूजन अवसर पर मूलगादी परिसर में अमर उजाला छाया रहा। वर्ष भर पहले इस अखबार ने ही सबसे पहले ‘हाईटेक झोपड़ी में दिखेगा कबीर का ताना-बाना’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। अखबार की उस खबर को भूमि पूजन स्थल से लेकर प्राकट्य महोत्सव के स्वागत द्वार और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिगिं के रूप में फोकस किया गया है।