वाराणसी। शासन ने आईजी जोन से लेकर सीओ तक की समीक्षा के लिए कई बिंदुओं पर आधारित खाका भेजा है। इसी आधार पर दो जून को प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी रेंज के सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारियों की समीक्षा करेंगे। समीक्षा की तैयारी के लिए महकमे के सभी कार्यालयों के कर्मचारी रात-दिन एक किए हुए हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक शासन ने आईजी जोन और डीआईजी के लिए आठ-आठ और एसएसपी की समीक्षा के लिए 27 बिंदु निर्धारित किए हैं। इसी प्रकार एडिशनल एसपी की समीक्षा 20 और सीओ की 18 बिंदुओं पर होगी। प्रमुख बिंदुओं में तुलनात्मक अपराध, निरोधात्मक कार्रवाई का विवरण, घटित अपराधों के बारे में सूचनाएं शामिल हैं। इसी प्रकार क्राइम ट्रेेंड, वांछित अभियुक्तों, पुरस्कार घोषित अपराधियों, पंजीकृत गिरोहों, घटनास्थल के विवरणों की भी जानकारी अधिकारियों को देनी होगी। अधिकारियों ने कितने थानों का निरीक्षण किया, एसओजी के कार्यों का मूल्यांकन कितनी बार हुआ, कितनी विभागीय कार्रवाई की गई इसके बारे में भी बताना होगा। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों के साथ कितनी बार बैठक हुई, हर्ष फायरिंंग की कितनी वारदातें हुईं और उनमें क्या कार्रवाई हुई इसकी भी समीक्षा होगी। समीक्षा के दौरान चौकीदारों, आर्म्स एक्ट में दर्ज मुकदमों और गन लाइसेंस के बारे में भी पूछा जा सकता है। डीआईजी ए. सतीश गणेश ने बताया कि बिंदुओं के आधार पर तैयारी कर ली गई है। बैठक में मंडलायुक्त के साथ आईजी जोन, डीआईजी, जिलाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
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कल आ सकते हैं प्रमुख सचिव गृह
वाराणसी। अपराध और कानून व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा बैठक की तैयारी गुरुवार को प्रशासनिक हल्के में दिखी। कानून व्यवस्था से संबंधित आंकड़ों को एकत्र करने में प्रशासनिक अफसर जुटे रहे। सचिव उत्तर प्रदेश शासन कमल सक्सेना द्वारा 30 मई की तिथि में जारी शासनादेश में अफसरों को मंडलीय समीक्षा बैठक की जानकारी दी गई है। इस बैठक में अपराध और कानून व्यवस्था की समीक्षा होनी है। प्रशासनिक हल्के में चल रही चरचाओं के मुताबिक दो जून को वाराणसी में समीक्षा बैठक हो सकती है, अभी शासन से कोई तिथि नहीं आई है। समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव गृह आएंगे।