वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध एक महाविद्यालय की 15 उत्तर पुस्तिकाएं मुगलसराय में एक ट्रेन में मिलीं। मंगलवार को कापियां लेकर पुलिस के विश्वविद्यालय पहुंचने पर इसका खुलासा हुआ। ये सभी उत्तर पुस्तिकाएं शास्त्री प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की हैं। इन पर सार्वभौमिक संस्कृत महाविद्यालय गया बिहार लिखा था।
विश्वविद्यालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जीआरपी का एक उप निरीक्षक उत्तर पुस्तिकाएं लेकर विश्वविद्यालय पहुंचा। उसने यहां अधिकारियों को बताया कि ये कापियां एक ट्रेन की बोगी में किसी बैग में रखी पाई गई थीं। इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण में पाया गया कि सभी उत्तर पुस्तिकाएं भरी हुई थीं। इसमें से कुछ कापियां शास्त्री द्वितीय वर्ष की षष्टम और अष्टम प्रश्नपत्र की थी। इसके साथ ही, शास्त्री प्रथम एवं तृतीय वर्ष की भी कापियां थीं। अधिकारियों ने कापियां रिसीव करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि इसकी पूरी रिपोर्ट लिखी जाए तब जाकर कापियां रिसीव होंगी। आशंका जताई जा रही है कि यह नकल माफियाओं का खेल हो सकता है। विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाएं जमा करने का जुगाड़ न लग पाया होगा तो माफिया इसे ट्रेन में छोड़कर भाग गए होंगे। इस बारे में प्रति कुलपति प्रो. यदुनाथ दुबे का कहना है कि उत्तर पुस्तिकाओं का सारा विवरण दर्ज कर लिया गया है। वीसी के आने पर वस्तुस्थिति की जानकारी दी जाएगी। इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी।