वाराणसी। मदरसा बोर्ड परीक्षा की तिथि तीसरी बार घोषित की गई है। बोर्ड सफाई दे रहा है कि बरेली में इम्तेहान की वजह से तारीख में फेरबदल किया। लेकिन वहीं सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड पर दबाव बना कर तारीख को बदलवा रहे हैं। बार-बार तिथि बदलने से केंद्र व्यवस्थापकों में आक्रोश है।
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने पहले 26 से 31 मई वार्षिक परीक्षाओं की तिथि घोषित की थी। इसके बाद इसमें परिवर्तन करके परीक्षाएं चार जून से कराने का निर्णय लिया गया लेकिन न तो केंद्रों का निर्धारण हो सका और न मदरसों तक प्रवेशपत्र पहुंच सके। इससे बोर्ड की गंभीरता और आधी-अधूरी तैयारी की पोल खुल गई। अब बोर्ड ने नौ से 15 जून तक कराने की घोषणा की है। टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के प्रदेश महामंत्री वहीदुल्लाह खां सईदी कहते हैं कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड को मोहरा बना रहे हैं। कभी उर्स तो कभी अन्य धार्मिक कार्यक्रमोें की आड़ में परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जामिया रहमानिया मदनपुरा केंद्र के व्यवस्थापक ने भी बोर्ड की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जाहिर किया है।
बरेली में हो रहे इम्तेहान के मद्देनजर इस बार परीक्षा तिथि बदलनी पड़ी। अब तिथियों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। परिचय पत्र और टाइम टेबल का वितरण शुरू करा दिया गया है। सारी परीक्षा सामग्री जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को भेजने के बजाय, यहीं से मदरसों के कर्मचारियों को दी जाएगी।
-जावेद असलम, रजिस्ट्रार उप्र मदरसा शिक्षा परिषद
वाराणसी। मदरसा बोर्ड परीक्षा की तिथि तीसरी बार घोषित की गई है। बोर्ड सफाई दे रहा है कि बरेली में इम्तेहान की वजह से तारीख में फेरबदल किया। लेकिन वहीं सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड पर दबाव बना कर तारीख को बदलवा रहे हैं। बार-बार तिथि बदलने से केंद्र व्यवस्थापकों में आक्रोश है।
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने पहले 26 से 31 मई वार्षिक परीक्षाओं की तिथि घोषित की थी। इसके बाद इसमें परिवर्तन करके परीक्षाएं चार जून से कराने का निर्णय लिया गया लेकिन न तो केंद्रों का निर्धारण हो सका और न मदरसों तक प्रवेशपत्र पहुंच सके। इससे बोर्ड की गंभीरता और आधी-अधूरी तैयारी की पोल खुल गई। अब बोर्ड ने नौ से 15 जून तक कराने की घोषणा की है। टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया के प्रदेश महामंत्री वहीदुल्लाह खां सईदी कहते हैं कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए बोर्ड को मोहरा बना रहे हैं। कभी उर्स तो कभी अन्य धार्मिक कार्यक्रमोें की आड़ में परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। जामिया रहमानिया मदनपुरा केंद्र के व्यवस्थापक ने भी बोर्ड की कार्यप्रणाली पर आक्रोश जाहिर किया है।
बरेली में हो रहे इम्तेहान के मद्देनजर इस बार परीक्षा तिथि बदलनी पड़ी। अब तिथियों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। परिचय पत्र और टाइम टेबल का वितरण शुरू करा दिया गया है। सारी परीक्षा सामग्री जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को भेजने के बजाय, यहीं से मदरसों के कर्मचारियों को दी जाएगी।
-जावेद असलम, रजिस्ट्रार उप्र मदरसा शिक्षा परिषद