वाराणसी। शहर के 35 मुहल्लों को संक्रामक बीमारियों की दृष्टि से संवेदनशील घोषित किया गया है। नगर निगम ने संक्रामक रोगों से रोकथाम के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत संवेदनशील मुहल्लों में विशेष नजर रखी जाएगी। क्लोरीन की गोलियां तथा ब्लीचिंग पाउडर का स्टाक कर लिया गया है। साथ ही ओआरएस घोल के पैकेट भी मंगाए जा रहे हैं ताकि आपात स्थिति से निबटा जा सके। डाक्टरों तथा कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीके सिंह ने बताया कि जो मुहल्ले संवेदनशील घोषित किए गए हैं उनमें सरैया, कच्चीबाग, काजी सादुल्लापुरा, राजापुरा, कटेहर, पीलीकोठी, बुनकर कालोनी, हनुमान फाटक, जलालीपुरा, पटिया, छित्तनपुरा, बड़ी बाजार, शक्कर तालाब, पठानीटोला, अंबिया मंडी, कमलगड़हा, कज्जाकपुरा, कमालपुरा, कुतुबन शहीद, सुग्गा गड़ही, लल्लापुरा, मदनपुरा, नक्खीघाट, फुलवरिया, दीनदयालपुर, चेतगंज, राजघाट, कोनिया, लड्ढनपुरा, पांडेयपुर, टकटकपुर, देवनाथपुरा, आदमपुर, बड़ी पियरी तथा बजरडीहा शामिल हैं। बताया कि संक्रामक रोग की सूचना सीएमओ कार्यालय में संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष प्रभारी सुधाकर पांडेय को मोबाइल नंबर 9918901470 या 9415817316 पर दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि कटे, सड़े, गले फलों की बिक्री पर रोक के लिए प्रभावी कार्रवाई करने को कहा गया है।
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सीवर समस्या पर सीएम को लिखा पत्र
वाराणसी। विधायक श्यामदेव राय चौधरी दादा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर शहर में दूषित जलापूर्ति तथा सीवर समस्या से उन्हें अवगत कराया है। उन्होंने कहा है कि पेयजल नमूने की जांच में 40 फीसदी ओटी टेस्ट निगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने ब्रांच सीवर लाइनों की सफाई, दूषित जलापूर्ति रोकने तथा संकटग्रस्त क्षेत्रों में सुचारु जलापूर्ति कराने की मांग की है।