वाराणसी। उपभोक्ताओं को जैसे ही पता चला कि बुधवार की आधी रात से पेट्रोल की कीमत में साढ़े सात रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हो जाएगी वे पेट्रोल पंपों की तरफ दौड़ पड़े। देखते ही देखते शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर तेल भराने वालों की लंबी कतारें लग गईं। धक्का-मुक्की के बीच पहले तेल भराने के लिए होड़ मची हुई थी। इसको लेकर कई जगह लोगों के बीच नोकझोंक भी हुई। यही नहीं, तमाम लोग बाइक की टंकी फुल कराने के साथ गैलन में भी पेट्रोल भरवा रहे थे। बढ़े दाम का फायदा उठाने के लिए कई पेट्रोल पंप तो रात आठ बजे ही बंद हो गए थे।
यही नहीं भीड़ का फायदा उठाते हुए कुछ पंप वालों ने सादे पेट्रोल को प्रीमियम बताकर बेच दिया। मशीन पर भी प्रीमियम का रेट लिख दिया गया था। पेट्रोल भराने पहुंचे लोगों की बातचीत में केंद्र सरकार के प्रति गुस्सा साफ झलक रहा था। उनका कहना था कि यही हाल रहा था तो फिर मध्यम वर्गीय परिवार के लोगों के लिए गाड़ी से चलना सपने सरीखा हो जाएगा। अब तो गाडि़यां महज घरों की शोभा बढ़ाएंगी। फिर से साइकिल का ही सहारा लेना होगा। कंचनपुर स्थित पेट्रोलपंप पर साढ़े सात रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर पेट्रोल बेचने पर ग्राहकों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे को देखते हुए पेट्रोलपंप को बंद कर दिया गया। हालांकि, प्रबंधक का कहना था कि भीड़ के चलते बिक्री के आठ हजार रुपये का हिसाब ही नहीं मिल रहा था। इसके चलते पेट्रोलपंप बंद कर दिया गया। नेवादा, दुर्गाकुंड, लंका के कुछ पेट्रोल पंप भी रात आठ बजते ही बंद कर दिए गए थे।