वाराणसी। दिल्ली कूच से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में गंगा पंचायतों का आयोजन होगा। इसका उद्देश्य है ज्यादा से ज्यादा लोगों को गंगा मुक्ति की मुहिम से जोड़ना। इस कड़ी में पहली गंगा पंचायत गाजीपुर जिले के गहमर में आयोजित होगी। गंगा दशहरा के दिन 31 मई को लगने वाली इस पंचायत में आंदोलन के प्रति समर्पित कई जानी-मानी हस्तियां शिरकत करेंगी। पंचायत के बाद गंगा तट को पांच हजार दीयों से जगमगाने की भी योजना है। आयोजन को सफल बनाने के लिए एक समिति का गठन भी किया गया है।
21 मई को बेनियाबाग में हुए गंगा मुक्ति महासम्मेलन में दिल्ली कूच का ऐलान हुआ था। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए गंगा पंचायतें लगाने की योजना है। पहली गंगा पंचायत का आयोजन 31 मई को गहमर में शाम चार से सात बजे तक होगा। इसमें साध्वी लक्ष्मीमणि शास्त्री, मैगसायसाय पुरस्कार प्राप्त जलपुरुष राजेंद्र सिंह, सर्वसेवा संघ के संयोजक रामधीरज, गंगा जल बिरादरी के राष्ट्रीय संयोेजक पंकज, विकलांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के रजिस्ट्रार डा. अवनीश चंद के अलावा तमाम सामाजिक कार्यकर्ता और गंगा प्रेमी शामिल होंगे। जबकि, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि के रूप में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद बतौर मुख्य अतिथि इसमें हिस्सा लेंगे। गहमर में गंगा के किनारे नरवा घाट पर प्रस्तावित इस पंचायत को सफल बनाने के लिए एक समिति भी गठित की गई है। इसमें योगेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, मारकंडेय सिंह, हे राम सिंह और ईश्वर सिंह शामिल हैं। गंगा जल बिरादरी के राष्ट्रीय संयोेजक पंकज ने बताया कि गंगा पंचायत से दिल्ली कूच के प्रति तटीय इलाके के लोगों में उत्साह का संचार होगा। बताया कि इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।