वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्घ महाविद्यालयों की वार्षिक परीक्षा में नकल माफिया का बोलबाला कम होने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार को देवरिया में नकल माफिया ने केंद्र का घेराव कर दिया। पुलिस के पहुंचने पर स्थिति सामान्य हो सकी। वहीं गाजीपुर में एक केंद्र में खुलेआम नकल और अराजकता का नजारा देख प्रो वीसी भौचक रह गए। वहीं पांच फर्जी परीक्षार्थियों के साथ पांच दर्जन नकलची पकड़े गए।
शास्त्री एवं आचार्य की परीक्षा में बुधवार को देवरिया के एक महाविद्यालय को ग्रामीणों संग नकल माफिया ने घेर लिया। वे उत्तर पुस्तिका केंद्र से बाहर ले जाने की मांग कर रहे थे। केंद्राध्यक्ष ने इसकी सूचना कुलपति प्रो. बिंदा प्रसाद मिश्र को दी। कुलपति ने तत्काल पुलिस से संपर्क किया। कुछ देर बाद पुलिस वहां पहुंची तो नकल माफिया भाग निकले। इसके चलते लगभग एक घंटे विलंब से परीक्षा शुरू हुई।
गाजीपुर के सहदेव महाविद्यालय, महाराजगंज में विश्वविद्यालय के प्रो वीसी प्रो. यदुनाथ दुबे औचक निरीक्षण को पहुंचे तो भौंचक रह गए। परीक्षार्थी खुलेआम नकल कर रहे थे। दैनिक हाजिरी पर किसी शिक्षक के हस्ताक्षर नहीं थेे। केंद्र में सादे परीक्षा फार्म और तीन फर्जी परीक्षार्थी भी पकड़े गए। इस पर प्रो. दुबे ने भविष्य में इस कालेज को केंद्र न बनाने और केंद्राध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। यहां मंगलवार को नकल में पकड़े जाने के बाद सील उत्तर पुस्तिकाओं को अराजक तत्वों छीनने की कोशिश की थी। बलिया के रेवतीपुर स्थित एक केंद्र से भी दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। हरदोई से 24, सीतापुर-14, देवरिया व कुशीनगर-14, मैनपुरी व कानपुर-03, बस्ती-05 तथा गाजीपुर से पांच नकलची पकड़े गए।