वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के भारत कला भवन से मंगलवार को मुगलकालीन चांदी के 11 सिक्के चोरी होने पर हड़कंप मच गया। हालांकि पुलिस की सख्ती पर कुछ देर बाद ही भवन के पश्चिमी द्वार से तीन सिक्के बरामद हो गए। इस मामले में पुलिस ने जहां भवन में कार्यरत कर्मचारियों के फिंगर प्रिंट लिए हैं, वहीं मंगलवार को म्यूजियम में आने वाले विजिटरों की सूची भी मंगाई है। पुलिस ने मुद्रा वीथिका के इंचार्ज की तहरीर पर चोरी का मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ ही तीन चौकीदारों की भूमिका संदिग्ध मानकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
चीफ प्राक्टर कार्यालय को दोपहर दो बजे के आसपास सूचना दी गई कि मुद्रा वीथिका से मुगलकालीन चांदी के 11 सिक्के चोरी चले गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसकी सूचना लंका पुलिस को दी गई। लंका थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने मौके का मुआयना किया। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट भी बुलाए गए। उन्होंने रात आठ बजे तक भारत कला भवन के कर्मचारियों के फिंगर प्रिंट लिए जिनका मिलान किया जा रहा है। साथ ही कर्मचारियों से चोरी की बाबत पूछताछ की गई। मुद्रा वीथिका के इंचार्ज डीबी सिंह ने बताया कि वे दोपहर में कुछ देर के लिए बाहर गए थे तब तक सिक्के सुरक्षित थे, जबकि केयर टेकर का कहना है कि वह कुछ देर के लिए पानी पीने चला गया था। लौटा तो सिक्के नदारद थे। जांच के दौरान भारत कला में मौजूद लोगों को तलाशी लेने के बाद ही बाहर जाने दिया गया, जबकि दोपहर दो बजे के बाद किसी भी विजिटर को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।
चीफ प्राक्टर प्रो. एचसीएस राठौर ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है, जबकि एसएसपी बीडी पॉल्सन ने बताया कि तीन चौकीदारों समेत कुछ लोगों के फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। उनका मिलान किया जा रहा है। चौकीदारों से भी पूछताछ की जा रही है। दिन में दो बजे तक सिक्के अपनी जगह पर थे। इसके बाद ही चोरी हुई। चोर जल्द पकड़ लिए जाएंगे। केयर टेकर संतोष से भी पूछताछ की जा रही है।