वाराणसी। ट्रेनों में भीड़भाड़ बढ़ने के साथ ही रेलवे बोर्ड की एंटी फ्राड टीम भी जांच के लिए निकल चुकी है। मंगलवार को एक टीम बनारस और आसपास के स्टेशनों पर ट्रेनों की जांच करने पहुंची। संघमित्रा, महानगरी, पवन, दादर एक्सप्रेस में कैंसर और विकलांग रियायती टिकटों की जांच के दौरान करीब डेढ़ दर्जन प्रमाण पत्रों के फर्जी होने का शक हुआ। जांच के लिए यात्रियों के इन प्रमाण पत्रों को जब्त कर लिया गया। दूसरा फ्री टिकट जारी कर यात्रियों को आगे की यात्रा पूरी करने को दिया गया।
जांच टीम ने यात्रियों से कहा कि वे उनके प्रमाण पत्रों की जांच कराएंगे। सबकुछ ठीक होने पर प्रमाण पत्र उन्हें वापस कर दिए जाएंगे अन्यथा विधिक कार्रवाई होगी। प्रमाण पत्र गलत पाए जाने पर संबंधित चिकित्सक के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। टीम ने मुगलसराय में संघमित्रा एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में जांच की। कैंट स्टेशन पर महानगरी, दादर, फरक्का, सद्भावना और गोरखपुर दादर एक्सप्रेस में जांच की। जांच से पूर्व टीम ने कैंट, मुगलसराय तथा अन्य स्टेशनों से मंगलवार की तिथि में बने रियायती टिकटों का विवरण पहले ही हासिल कर लिया था। एंटी फ्राड टीम की इस छापामारी से यात्रियों के बीच हड़कंप रही। बताया जाता है कि रेलवे बोर्ड से सात टीमें जांच में निकली हैं, जून तक छापामारी चलती रहेगी। आरके दीक्षित के नेतृत्व यह टीम आई थी।