वाराणसी। गर्मी से राहत दिलाने वाले मौसमी फलों के दाम आसमान पर हैं। इसके चलते मौसमी फल आम उपभोक्ताओं की पहुंच से दूर हो रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि इस बार मंडियों में मौसमी फलों की आवक कम है जिसकी वजह से भाव में तेजी कायम है।
इस गर्मी के मौसम में अधिकतर फल लोगों को राहत दिला कर तरोताजा रखने का काम करते हैं। विक्रेताओं का कहना है कि रसीली लीची 80 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रही है। जबकि उसकी गुणवत्ता पहले जैसी नहीं है। खाने में मीठा भी नहीं है। इसी तरह खरबूजा 20 रुपये और तरबूज 8 से 10 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है। उत्पादक क्षेत्रों से तरबूज की आवक कम है । ऊपर से ट्रकों का भाड़ा बढ़ने की वजह से भी दाम में तेजी बनी हुई है। फालसा 60 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है। खीरा, ककड़ी और नींबू के भाव में तेजी बनी है। खीरा और ककड़ी को फुटकर में 12 से 15 रुपये प्रति किलो की दर बेचा जा रहा है। जबकि थोक मंडियों में खीरा 25 से 50 रुपये पसेरी (पांच किलो) की दर बिक रहा है। आम का भाव भी 60 से 80 रुपये प्रति किलो है।