वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा में सहदेव महाविद्यालय महाराजगंज (गाजीपुर) में उड़ाका दल ने सामूहिक नकल करते हुए पकड़ा। उड़ाका दल के सदस्यों ने नकल कर रहे दो दर्जन छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं सील कर दीं। जब वे उत्तर पुस्तिकाएं लेकर जाने लगे तो केंद्र के बाहर कुछ अराजकतत्वों ने उत्तर पुस्तिकाएं छीन लीं। बाद में उड़ाका दल ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को घटना की जानकारी दी।
मंगलवार को उड़ाका दल के सदस्य जब महाराजगंज में जांच के लिए पहुंचे तो उन्होंने सामूहिक नकल होते देखा। इस पर उन्होंने नकल कर रहे दो दर्जन छात्रों की कापियां रख लीं। बाद में उत्तर पुस्तिकाएं छीनने वालों का कहना था कि सामूहिक नकल नहीं हो रही है। अनायास ही उनकी उत्तर पुस्तिकाएं सील कर ली गई हैं। इस पर उड़ाका दल के सदस्यों ने वाइस चांसलर को सूचना दी। इसी प्रकार, सिद्धार्थनगर के एक केंद्र पर सामूहिक नकल पकड़े जाने पर उड़ाका दल के सदस्यों को बंधक बना लिया गया। किसी प्रकार छूटकर सदस्यों ने इसकी सूचना वाइस चांसलर को दी। विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बताया कि अयोध्या में चार मुन्नाभाई सहित 29 और महाराजगंज में दस नकलची धरे गए। वाइस चांसलर प्रो. बिंदा प्रसाद ने बताया कि दोनों केंद्रों की उड़ाका दल से रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही महाराजगंज केंद्र के बारे में गाजीपुर के डीआईओएस से भी रिपोर्ट मांगी गई है।
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नकलचियों का ब्योरा कंप्यूटर पर
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 25 मई से शुरू होगा। इस बार नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों का पूरा ब्योरा कंप्यूटर पर फीड किया जाएगा ताकि रिजल्ट बनाते वक्त किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने पाए। ऐसे विद्यार्थियों का किसी हाल में रिजल्ट घोषित नहीं हो पाएगा। सूत्रों का कहना है कि रिजल्ट में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।