पूर्णांबा की हालत फिर बिगड़ी, आक्सीजन लगा
साध्वी के बाद जल त्यागने वालों की विद्यामठ में लगी लाइन
बीवी-बच्चों संग तपस्या की अनुमति लेने पहुंचा चिकित्सक
अमर उजाला ब्यूरो
वाराणसी। सात दिन से जल त्यागकर लगातार तपस्या करने वाली साध्वी पूर्णांबा को देर रात शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। हालत बिगड़ने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने साध्वी की जीवन रक्षा के लिए यह कदम उठाया। उनके शुगर का स्तर तेजी से गिर रहा था। तपस्या क्रम के पांचवें नंबर पर सर्वाधिक दिन तक जल त्यागने का रिकार्ड उनके नाम जाएगा। उधर, साध्वी के अस्पताल जाते ही उनके स्थान पर जल त्यागने के लिए राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के सदस्य मैगसायसाय पुरस्कार विजेता जल पुरुष राजेंद्र सिंह समेत नौ लोग आगे आ गए। साध्वी पूर्णांबा की भी हालत देर रात नाजुक होने से प्रशासन के हाथ पैर फूलने लगे। उन्हें आक्सीजन दी गई, तब कुछ राहत मिल सकी।
जल त्याग के 173 घंटे से अधिक का वक्त बीतने के बाद चिकित्सकों की रिपोर्ट पर प्रशासन ने साध्वी शारदांबा को अस्पताल भिजवा दिया। उन्हें रात करीब पौने 12 बजे तपस्वी वार्ड में रखा गया है। उसी वार्ड में पहले से गंगा प्रेमी भिक्षु महाराज, ब्रह्मचारी कृष्ण प्रियानंद के अलावा बाबा नागनाथ भी भर्ती हैं। पास में ही एसी रूम में साध्वी पूर्णांबा को रखा गया है। पूर्णांबा की हालत देर रात बिगड़ने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उन्हें बेचैनी हो रही थी। सांस लेने में दिक्कत की भी शिकायत तीमारदारों ने की। जगतगंज डॉ. एके सिंह कुनबे के साथ स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से जल त्याग की अनुमति मांगते देखे गए।