हर-हर गंगे के साथ गूंजी आयतें, गुरूवाणी और बाइबिल का हुआ पाठ
वाराणसी। बेनिया बाग के मैदान में गंगा सेवा अभियानम की ओर से आयोजित गंगा मुक्ति महासम्मेलन गंगा जमुनी तहजीब का गवाह बना। बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर भागीदारी की। सभी ने मिलकर गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए हुंकार भरी और मांग पूरी होने तक लगातार अभियान का समर्थन किए जाने का संकल्प दोहराया।
सोमवार को महासम्मेलन में अल्पसंख्यक समाज भी शामिल हुआ। कार्यक्रम में जहां हर-हर महादेव और जय जय गंगे की गूंज रही वहीं कुरान की आयतें और नारा ए तकबीर तो बुलंद हुई साथ ही गुरुवाणी और बाइबिल के पाठ भी हुए। सभी ने एक स्वर से गंगा की अविरलता और निर्मलता की बात कही। संकल्प दोहराया कि जब तक गंगा अविरल और निर्मल नहीं हो जाती वह गंगा सेवा अभियानम का समर्थन करते रहेंगे। कार्यक्रम में शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कुरान की आयतों का पाठ किया, जबकि फादर आनंद और फादर चंद्रकांत ने बाइबिल का पाठ करते हुए गंगा की अविरलता के लिए दुआ की। वहीं सतनाम सिंह धुन्ना ने गुरुवाणी का पाठ किया। इस्लामिक फाउंडेशन के अध्यक्ष एसएम खुर्शीद, मो. शाह आलम, मो. अली और डॉ. अफरोज अहमद, बुनकर दस्तकार अधिकार मंच के महामंत्री इदरीस अहमद, नवयुवक बुनकर एकता समिति के बदरुद्दीन, जब्बार अंसारी, अज्जू, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्री के संस्थापक एसपी सिंह के साथ ही फादर न्यूटन और प्रेरणा कला के लोग शामिल रहे।