एनआरएचएम घोटाला : विशेषज्ञों से राय ले रही सीबीआई
मामला भवन निर्माण और दवाआें की गुणवत्ता का
वाराणसी। एनआरएचएम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्रा के एक करीबी दवा सप्लायर और ठेकेदार को बिना अनुमति के बनारस नहीं छोड़ने को कहा है। समझा जाता है कि सीबीआई इस ठेकेदार से फिर पूछताछ करने वाली है। बनारस मंडल में जांच का काम पूरा हो चुका है। अब सीबीआई अधिकारी मंडल में स्वास्थ्य केंद्रों के निमित्त बनाए गए भवन और पिछले दो साल में की गई दवा सप्लाई की रिपोर्ट के संबंध में कुछ तकनीकी पहलुओं पर विशेषज्ञों से राय ले रहे हैं।
बनारस मंडल में पिछले तीन साल में 75 स्वास्थ्य केंद्राें के भवनाें का निर्माण किया गया। इसके लिए शासन स्तर से ही एक निजी कंपनी को ठेका दिया गया था। भवन की गुणवत्ता पर बार-बार सवाल उठाए जाते रहे हैं। हरहुआ पीएचसी पर तो पिछले साल भवन निर्माण को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियाें और निर्माण एजेंसी के एक ठेकेदार से कहासुनी हो गई थी। इसकी शिकायत तत्कालीन डीएम से की गई थी। इसी प्रकार दवाआें की गुणवत्ता पर भी अंगुलियां उठती रही हैं। बताया जा रहा है कि आईसीयू में इस्तेमाल होने वाली दवाएं पीएचसी-सीएचसी को सप्लाई कर दी गई थीं तथा जिला अस्पतालाें में घटिया किस्म की दवाएं भेज दी गई थीं जो बाद में एक्सपायर हो गई थीं।
सूत्राें के मुताबिक इन सभी पहलुआें पर सीबीआई दिल्ली विश्वविद्यालय और चंडीगढ़ के एक इंजीनियरिंग कालेज के विशेषज्ञाें से राय ले रही है। जांच रिपोर्ट के साथ सीबीआई का एक अधिकारी पिछले एक सप्ताह से दिल्ली में है। ऐसा समझा जाता है कि जुलाई में बनारस मंडल की रिपोर्ट फाइनल हो जाएगी।