वाराणसी। समाजसेवी और प्रमुख उद्यमी दीन दयाल जालान के निधन पर रविवार को विभिन्न उद्यमियों,व्यापारियों और समाजसेवी संगठनों ने दी श्रद्धांजलि। जगह-जगह शोक सभा आयोजित की गई जिनमें वक्ताओं ने उन्हें सच्चा समाजसेवक और ईमानदार उद्यमी बताया। कहा कि 1970 में रांची से बनारस आ कर छोटी सी दुकान से व्यापार शुरू करने वाले जालान जी ने जीवन में कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। अलबत्ता जैसे-जैसे वे व्यापार के क्षेत्र में ऊंचाइयां चढ़ते गए, उतने ही सरल और समाजिक दायित्वों के प्रति उनका रुझान बढ़ता गया। गो रक्षा के लिए प्रतिबद्धता उनकी भारतीय संस्कृति और परंपरा को दर्शाने वाली है।
मारवाड़ी युवक संघ में हुई शोक सभा में दो मिनट का मौन रख कर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की। संघ के अध्यक्ष दीनानाथ झुनझुनवाला की अध्यक्षता में हुई शोक सभा में वक्ताओं ने कहा कि बड़े भाईजी का कृतित्व सदैव उनकी याद दिलाता रहेगा। शोक सभा में श्री नारायण खेमका, गौरी शंकर तुलस्यान, सत्यनारायण गोयनका, एके पांडेय, अखिलेश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, राजकुमार केजरीवाल, राजेंद्र कुमार दुबे समेत कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने बड़े भाईजी के निधन को व्यापार जगत की भारी क्षति बताया और शोक संवेदना प्रकट की। थोक वस्त्र व्यवसायी समिति की शोक सभा में रामकुमार केशरी, गुलाब चंद केशरी, रामकिशन गुप्ता,शंभु झुनझुनवाला, रामबाबू केशरी, बाल किशन गुप्त, प्रताप रस्तोगी आदि ने श्रद्धाजलि दी। लोक लेखा समिति के अध्यक्ष एवं वाराणसी के सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी ने प्रमुख उद्यमी दीनदयाल जालान के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। परिजनों से फोन पर बातकर लोगों ढाढ़स बधाया।
उधर ऋषिकेश में आज दोपहर उनकी अंत्येष्टि हुई, मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र केशव जालान ने दी। इस मौके पर विख्यात कथावाचक मोरारी बापू,रमेश भाई ओझा सहित अनेक संत महात्मा मौजूद रहे। अंत्येष्टि के बाद उनके परिजन प्रयाग के लिए रवाना हुए। सोमवार की सुबह वे काश पहुंचेंगे।