वाराणसी। दिनभर की कशमकश के बाद शनिवार की शाम शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में तपस्वियों से मिलने पहुंचे पीएमओ के अफसर तब मुसीबत में घिर गए जब अंदर बैठक और बाहर नारेबाजी शुरू हो गई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के बंद कमरे में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के साथ चली बैठक के दौरान बाहर जमकर हंगामा हुआ। नीली बत्ती लगी कारों के आगे तो प्रदर्शनकारी लेटे ही अफसरों की वहां से पैदल निकलने की कोशिश तब बेकार गई जब तमाम महिलाओं, गंगा प्रेमियों ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान अफसरों और प्रदर्शनकारियों में जमकर धक्कामुक्की हुई। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार विरोधी नारे भी गूंजते रहे। प्रदर्शनकारी अलकनंद, मंदाकिनी समेत गंगा की पांच धाराओं पर प्रस्तावित बांध परियोजनाओं को रद करने की मांग कर रहे थे।
शाम करीब पांच बजे सीएमएस कार्यालय के बाहर अखिल भारतीय नारी आध्यात्मिक उत्थान मंडल की दो दर्जन से अधिक महिलाएं रागिनी पांडेय के नेतृत्व में धरने पर बैठ गईं। देखते-देखते गंगा सेवा अभियानम के अलावा निर्मलीकरण अभियान से जुड़ी कई संस्थाओं के पदाधिकारी और गंगा प्रेमी भी वहां पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पीएमओ के अफसरों को गंगा की अविरलता-निर्मलता पर ठोस आश्वासन देना होगा। इस बीच बैठक से बाहर निकले अधिकारी शत्रुघ्न सिंह और राजीव शर्मा तब पसीने-पसीने हो गए जब प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उनकी नीली बत्ती कारों को अपने कब्जे में ले लिया। कुछ महिलाएं कारों के आगे लेट गईं तो अधिकारी पैदल ही गेट की ओर बढ़े। कोशिश थी कि प्राइवेट गाडि़यों से उन्हें वहां से निकाल लिया जाए लेकिन प्रदर्शनकारी वहां भी पहुंच गए। अफसरों को जाने नहीं दिया जा रहा था। वहां मौजूद कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक और कबीरचौरा चौकी इंचार्ज दुर्गेश अवस्थी हंगामे को रोकने में नाकाम रहे। हालांकि कोतवाली इंस्पेक्टर ने अफसरों को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। अंतत: मौके पर पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के समझाने-बुझाने पर प्रदर्शनकारी नरम पड़े। बावजूद इसके अधिकारियों को नीली बत्ती कारों को अस्पताल परिसर में ही छोड़ कर जाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों में एडवोकेट डा. राम अवतार पांडेय, सवित्री पांडेय, कौमी एकता दल के प्रदेश अध्यक्ष अतहर जमाल लारी, रमेश उपाध्याय, ब्र्रह्मलाल शर्मा, पूनम शुक्ला, नीलम दुबे, विजय कुमारी, पार्वती, रीना, राकेश चंद्र पांडेय, बागीश दत्त मिश्र, रमेश चोपड़ा समेत तमाम लोग शामिल थे।