वाराणसी (ब्यूरो)। ‘आप तपस्या त्याग दीजिए। गंगा के मसले पर केंद्र सरकार गंभीर है और इसके लिए काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। मेरी आपसे व्यक्तिगत तौर पर नम्र विनती है कि आप तपस्या समाप्त कर दें...।’ यह आग्रह जल त्यागकर तपस्या कर रही साध्वी शारदांबा से पीएम कार्यालय से आए दोनों दूतों ने किया।
सानंद जी महाराज से सवा घंटे तक बातचीत करने के बाद पीएम के दोनों दूत छह दिन से जल त्यागकर तपस्या कर रहीं साध्वी शारदांबा के पास पहुंचे। कुशलक्षेम पूछने के बाद उन्होंने साध्वी से तपस्या त्यागने की विनती की। कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर यह आग्रह कर रहे हैं क्योंकि सरकार गंगा के प्रति गंभीर है और जल्द ही इस संबंध में काम शुरू होगा। इसी सिलसिले में वे सानंद जी से मिलने और प्रधानमंत्री का संदेश देने आए हैं। शारदांबा ने उनका अभिवादन करते हुए कहा कि वह गुरुजी और स्वामी जी के निर्देश पर मां गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए तप कर रही हैं। साध्वी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द गंगा पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे। बहरहाल, दोनों दूत चंद मिनट की मुलाकात के बाद वहां से रवाना हो गए।