वाराणसी। मुंबई की मॉडल को पहले उसके साथियों ने बनारस बुलाया फिर उसका अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया। यही नहीं, मॉडल से करीब डेढ़ लाख रुपये, महंगे जेवरात लूट लिए गए। गुरुवार को जब मॉडल से और रुपये की मांग की गई और वह पैसे लेने गोला दीनानाथ स्थित एक व्यापारी के पास पहुंची तो वहां व्यापारियों ने एक अपहर्ता को दबोच लिया गया। दो अन्य अपहर्ताओं की तलाश की जा रही है।
नागपुर के टामरी रोड, प्रभात कालोनी के रहने वाले डाक्टर की बेटी मुंबई में मॉडलिंग करती है। उसके साथ वाराणसी निवासी वाजिद भी काम करता है। वाजिद ने ही मॉडल को वाराणसी में बनारसी साड़ी के लिए माडलिंग करने का ऑफर दिया और बनारस चलने को कहा। वाजिद मॉडल को रिसीव करने के लिए पहले ही यहां आ गया था। इस बीच मॉडल हवाई जहाज से मुंबई से दिल्ली होते हुए बुधवार को यहां पहुंची। वाजिद उसे लेने कार से एयरपोर्ट गया था। रास्ते में उसके साथ दो दोस्त राजन और समीर भी हो लिए। तीनों ने मिलकर मॉडल का अपहरण कर लिया और उसके पास मौजूद करीब डेढ़ लाख रुपये, हीरे और चांदी के जेवरात भी उतरवा लिए। उन्होंने बुधवार की रात एक होटल में बिर्ताई। यहीं पर उसके साथ बलात्कार किया गया।
अपहर्ताओं ने गुरुवार को मॉडल से यह कहकर एक लाख रुपये और मांगे कि इसके बाद तुम्हें छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद मॉडल ने अपने किसी परिचित के माध्यम से दिल्ली के ड्राई फ्रूट व्यवसायी सुनील से संपर्क किया। सुनील ने गोला दीनानाथ के व्यवसायी विनोद माहेश्वरी से मिलने को कहा। इसके बाद गुरुवार की शाम टांडा का रहने वाला समीर मॉडल को ऑटो से लेकर विनोद की दुकान पर पहुंचा। वहां मॉडल ने 50 हजार रुपये की बातचीत करने के दौरान ही विनोद को बता दिया कि उसका अपहरण कर लिया गया है। ऐसे में विनोद नेआसपास के दुकानदारों को यह बात बता दी। दुकानदारों ने मॉडल को एक दुकान में बैठाकर समीर को दौड़ाकर पकड़ लिया, लेकिन उसका एक साथी भाग निकला। व्यापारियों ने समीर की जमकर धुनाई ही नहीं की बल्कि मॉडल और उसे लेकर कबीर चौरा पुलिस चौकी पहुंच गए। मॉडल को फिलहाल महिला थाने में रखा गया है। समीर की निशानदेही पर उसके दो साथियों वाजिद और राजन की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शुक्रवार की सुबह मॉडल के परिजन वाराणसी पहुंच जाएंगे।
कोट-
दोस्तों ने ही झांसा देकर मॉडल को अपने जाल में फंसाया है। उसने बलात्कार की बात भी कही है। एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच चल रही है-अमरेद्र सिंह, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक