वाराणसी। गुरुवार सीजन का सबसे गरम दिन रहा। अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री पहुंच गया। चिलचिलाती धूप में ऐसा लग रहा था मानों आसमान से अंगारे बरस रहे हों। लू के थपेड़ों और भीषण गर्मी से शहरी बेहाल रहे। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक पश्चिमी उतर प्रदेश से बनारस तक थरमल लो प्रेशर बना हुआ है। इसके चलते पछुआ हवाएं तेज रफ्तार से चल रही हैं। फिलहाल अगले तीन दिनों तक मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं है। पुरवा हवाएं चलने के बाद ही गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
पिछले चार दिनाें से अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। बुधवार को तापमान 43.8 डिग्री रिकार्ड किया गया था। गुरुवार को पारा 1.8 डिग्री और चढ़ गया। मौसम विभाग के अनुसार धरातल के ऊपर सात सौ मीटर की दूरी तक बीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चल रही हैं। इससे हवा में आर्द्रता कम हो गई है। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय के मुताबिक अगले कुछ दिनाें तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। क्याेंकि, पश्चिमी उतर प्रदेश में हवा का लो प्रेशर खत्म नहीं हो रहा है। हवा का दबाव खत्म होने पर पुरवा हवा चलेगी। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। इधर, गर्मी बढ़ने से डायरिया और लू से पीडि़तों की संख्या भी बढ़ गई है। चिकित्सकाें ने गर्म हवाआें से बचने की सलाह दी है। खासतौर से बच्चाें को एहतियात बरतने की जरूरत है।
वाराणसी। गुरुवार सीजन का सबसे गरम दिन रहा। अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री पहुंच गया। चिलचिलाती धूप में ऐसा लग रहा था मानों आसमान से अंगारे बरस रहे हों। लू के थपेड़ों और भीषण गर्मी से शहरी बेहाल रहे। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक पश्चिमी उतर प्रदेश से बनारस तक थरमल लो प्रेशर बना हुआ है। इसके चलते पछुआ हवाएं तेज रफ्तार से चल रही हैं। फिलहाल अगले तीन दिनों तक मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं है। पुरवा हवाएं चलने के बाद ही गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
पिछले चार दिनाें से अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। बुधवार को तापमान 43.8 डिग्री रिकार्ड किया गया था। गुरुवार को पारा 1.8 डिग्री और चढ़ गया। मौसम विभाग के अनुसार धरातल के ऊपर सात सौ मीटर की दूरी तक बीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चल रही हैं। इससे हवा में आर्द्रता कम हो गई है। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय के मुताबिक अगले कुछ दिनाें तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। क्याेंकि, पश्चिमी उतर प्रदेश में हवा का लो प्रेशर खत्म नहीं हो रहा है। हवा का दबाव खत्म होने पर पुरवा हवा चलेगी। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। इधर, गर्मी बढ़ने से डायरिया और लू से पीडि़तों की संख्या भी बढ़ गई है। चिकित्सकाें ने गर्म हवाआें से बचने की सलाह दी है। खासतौर से बच्चाें को एहतियात बरतने की जरूरत है।