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बनारस को मिली मेजबानी, तीस देशों से आएंगे लोग
Varanasi
Updated Fri, 18 May 2012 12:00 PM IST
वाराणसी। पर्यटन के वैश्विक बाजार में बनारस के हाथ बड़ी उपलब्धि लगी है। उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित होने जा रहे इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कानक्लेव बनारस में होने जा रहा है। इस समय भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के साथ ही उत्तर प्रदेश पर्यटन निदेशालय के अफसर कानक्लेव की तैयारी में जुटे हैं। सितंबर में आयोजित होने वाले इस आयोजन से बनारस के पर्यटन स्थलों को वैश्विक पब्लिसिटी मिलेगी। तीस देशों के पर्यटन उद्यमी और आफिसर शिरकत करेंगे।
यह कानक्लेव 29 और 30 सितंबर को सारनाथ में होगा। आयोजन पर करीब साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें से पांच फीसदी यानी 22 लाख 42 हजार रुपये उत्तर प्रदेश सरकार को वहन करना है। कानक्लेव में आने वाले देश-विदेश के टूर आपरेटरों को वाराणसी, बोध गया और नालंदा की सैर भी कराई जाएगी। कानक्लेव स्थल पर बौद्ध परिपथ के प्रमुख स्थलों की झांकी और वहां की संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा। करीब 250 डेलीगेट्स आएंगे। नेपाल, भूटान, कोरिया, जापान, म्यांमार, जापान, चीन, हांगकांग, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, मंगोलिया, ताइवान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया, इटली, नीदरलैंड, स्वीट्जरलैंड, स्पेन, अमेरिका, अफ्रीका से टूर आपरेटर इस कार्यक्रम में आएंगे। एशियाई देशों से पांच, आस्ट्रेलिया से एक, न्यूजीलैंड से एक, यूरोपीय देशों से पांच, उत्तरी अमेरिका से पांच, दक्षिणी अमेरिका से पांच और अफ्रीकी देशों से पांच टूर आपरेटर बुलाए जाएंगे। इनके अलावा तीस स्कालर, ओपिनियन मेकर, मीडियाकर्मी भी आएंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्री, यूपी और बिहार के मुख्यमंत्री, देश के 16 राज्यों के पर्यटन मंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी दिनेश कुमार के मुताबिक, यूपी में यह कानक्लेव पहली बार हो रहा है। इससे पूर्व, वर्ष 2009 में नालंदा बिहार में कानक्लेव हुआ था। आयोजन को देखते हुए बनारस के सभी प्रमुख होटलों में उक्त दो दिनों के लिए 250 लग्जरी कमरे बुक कराए जा रहे हैं। बताया कि इस आयोजन से बनारस के पर्यटन स्थलों को वैश्विक प्रचार मिलेगा। साथ ही बौद्ध परिपथ पर सैलानियों का दबाव बढ़ेगा।
वाराणसी। पर्यटन के वैश्विक बाजार में बनारस के हाथ बड़ी उपलब्धि लगी है। उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित होने जा रहे इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कानक्लेव बनारस में होने जा रहा है। इस समय भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के साथ ही उत्तर प्रदेश पर्यटन निदेशालय के अफसर कानक्लेव की तैयारी में जुटे हैं। सितंबर में आयोजित होने वाले इस आयोजन से बनारस के पर्यटन स्थलों को वैश्विक पब्लिसिटी मिलेगी। तीस देशों के पर्यटन उद्यमी और आफिसर शिरकत करेंगे।
यह कानक्लेव 29 और 30 सितंबर को सारनाथ में होगा। आयोजन पर करीब साढ़े चार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें से पांच फीसदी यानी 22 लाख 42 हजार रुपये उत्तर प्रदेश सरकार को वहन करना है। कानक्लेव में आने वाले देश-विदेश के टूर आपरेटरों को वाराणसी, बोध गया और नालंदा की सैर भी कराई जाएगी। कानक्लेव स्थल पर बौद्ध परिपथ के प्रमुख स्थलों की झांकी और वहां की संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा। करीब 250 डेलीगेट्स आएंगे। नेपाल, भूटान, कोरिया, जापान, म्यांमार, जापान, चीन, हांगकांग, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, मंगोलिया, ताइवान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया, इटली, नीदरलैंड, स्वीट्जरलैंड, स्पेन, अमेरिका, अफ्रीका से टूर आपरेटर इस कार्यक्रम में आएंगे। एशियाई देशों से पांच, आस्ट्रेलिया से एक, न्यूजीलैंड से एक, यूरोपीय देशों से पांच, उत्तरी अमेरिका से पांच, दक्षिणी अमेरिका से पांच और अफ्रीकी देशों से पांच टूर आपरेटर बुलाए जाएंगे। इनके अलावा तीस स्कालर, ओपिनियन मेकर, मीडियाकर्मी भी आएंगे। केंद्रीय पर्यटन मंत्री, यूपी और बिहार के मुख्यमंत्री, देश के 16 राज्यों के पर्यटन मंत्री भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी दिनेश कुमार के मुताबिक, यूपी में यह कानक्लेव पहली बार हो रहा है। इससे पूर्व, वर्ष 2009 में नालंदा बिहार में कानक्लेव हुआ था। आयोजन को देखते हुए बनारस के सभी प्रमुख होटलों में उक्त दो दिनों के लिए 250 लग्जरी कमरे बुक कराए जा रहे हैं। बताया कि इस आयोजन से बनारस के पर्यटन स्थलों को वैश्विक प्रचार मिलेगा। साथ ही बौद्ध परिपथ पर सैलानियों का दबाव बढ़ेगा।