वाराणसी। केंद्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य श्योराज जीवन ने गुरुवार को शहर की दलित बस्तियों का निरीक्षण किया। बस्तियों में गंदगी और दुर्व्यवस्था देख उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। एक वर्ष में कोई सुधार नहीं किए जाने पर तत्कालीन नगर आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
श्योराज जीवन ने सबसे पहले नदेसर स्थित दलित बस्ती का निरीक्षण किया। यहां जगह-जगह गंदगी के साथ शौचालय की हालत काफी जर्जर मिली। बस्ती में पेयजल पाइप लाइन नहीं मिली, इस दौरान बिजली भी नदारद थी। उन्होंने मौके पर मौजूद अपर नगर आयुक्त और डूडा के परियोजनाधिकारी को शौचालय को तोड़कर धर्मशाला बनाए जाने का निर्देश दिया। इसके बाद बड़ी मलदहिया स्थित दलित बस्ती पहुंचे। गत वर्ष भी इसी क्षेत्र का उन्होंने निरीक्षण किया था। एक साल बाद भी यथावत स्थिति देख वे आगबबूला हो गए और तत्कालीन नगर आयुक्त विजय कांत दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
अंत में वे कज्जाकपुरा स्थित छुतहा अस्पताल की हालत देखने पहुंचे। यहां की हालत भी काफी दयनीय मिली। बस्ती के हैंडपंप खराब मिले। पास में नगर निगम का जोनल कार्यालय होने के बाद भी बस्ती में गंदगी बजबजा रही थी। उन्होंने परिसर में जल्द से जल्द सफाई कर्मचारियों के लिए आवास बनाने, दलित बस्तियों में हर महीने स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्देश दिया। बस्ती के लोगों को आश्वासन दिया कि हर तीसरे महीने वित्त विकास निगम की ओर से बस्तियों में ऋण मेला आयोजित किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीके सिंह एवं सहायक नगर आयुक्त केडी सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे।
वाराणसी। केंद्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य श्योराज जीवन ने गुरुवार को शहर की दलित बस्तियों का निरीक्षण किया। बस्तियों में गंदगी और दुर्व्यवस्था देख उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। एक वर्ष में कोई सुधार नहीं किए जाने पर तत्कालीन नगर आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
श्योराज जीवन ने सबसे पहले नदेसर स्थित दलित बस्ती का निरीक्षण किया। यहां जगह-जगह गंदगी के साथ शौचालय की हालत काफी जर्जर मिली। बस्ती में पेयजल पाइप लाइन नहीं मिली, इस दौरान बिजली भी नदारद थी। उन्होंने मौके पर मौजूद अपर नगर आयुक्त और डूडा के परियोजनाधिकारी को शौचालय को तोड़कर धर्मशाला बनाए जाने का निर्देश दिया। इसके बाद बड़ी मलदहिया स्थित दलित बस्ती पहुंचे। गत वर्ष भी इसी क्षेत्र का उन्होंने निरीक्षण किया था। एक साल बाद भी यथावत स्थिति देख वे आगबबूला हो गए और तत्कालीन नगर आयुक्त विजय कांत दुबे के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
अंत में वे कज्जाकपुरा स्थित छुतहा अस्पताल की हालत देखने पहुंचे। यहां की हालत भी काफी दयनीय मिली। बस्ती के हैंडपंप खराब मिले। पास में नगर निगम का जोनल कार्यालय होने के बाद भी बस्ती में गंदगी बजबजा रही थी। उन्होंने परिसर में जल्द से जल्द सफाई कर्मचारियों के लिए आवास बनाने, दलित बस्तियों में हर महीने स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्देश दिया। बस्ती के लोगों को आश्वासन दिया कि हर तीसरे महीने वित्त विकास निगम की ओर से बस्तियों में ऋण मेला आयोजित किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीके सिंह एवं सहायक नगर आयुक्त केडी सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे।