वाराणसी। बनारस में सड़कों की दुर्दशा देखनी हो तो वरुणा पार चले जाइए। आप कार-जीप से जाएंगे तो हिचकोले खाते-खाते पस्त हो जाएंगे। बाइक से जाएंगे तो संभालना मुश्किल हो जाएगा। पैदल जाएंगे और जरा सा चूके तो हाथ-पैर टूट जाएगा। जी हां, सीवर और पेयजल पाइप बिछाने के नाम पर सड़कों की ऐसी दशा कर दी गई है कि घर से निकलना मुहाल हो गया है। हालत यह है कि वरुणा पार कोई भी ऐसी सड़क नहीं है जिसपर आप सुगमता से आवागमन कर सकें। आश्चर्य तो यह है कि जिन सड़कों पर पाइप बिछाने का काम पूरा हो चुका है, उनकी भी मरम्मत नहीं की जा रही।
वरुणा पार चाहे आजमगढ़ मार्ग हो, गाजीपुर मार्ग हो, खजुरी का रास्ता हो या फिर पंचक्रोशी का, हर सड़क पर खोदाई की जा रही है। यानी कोई भी मार्ग ऐसा नहीं बचा है जिसपर आप बिना हिचकोले खाए मंजिल तक पहुंच सकें। कहीं सड़क खोदी जा रही है तो कहीं खोदकर छोड़ दी गई है। कमिश्नर ने निर्देश दिए, प्रमुख सचिव ने कहा, यहां तक कि लोक निर्माण मंत्री ने भी तमाम दिशा निर्देश दिए, मगर कोई फर्क नहीं पड़ा। न तो खोदाई के पश्चात पानी का छिड़काव हो रहा है और न ही राहगीरों के आवागमन का ध्यान रखा जा रहा है।
अब आजमगढ़ मार्ग को ही ले लीजिए। सथवां में ट्रीटमेंट प्लांट बैठाने के लिए आजमगढ़ मार्ग पर पिछले साल से ही सीवर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। काम शुरू होने से पहले इस मार्ग पर बड़े और छोटे चार पहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया था जो आज भी जारी है। इस मार्ग पर काम तो चल रहा है, लेकिन निर्माण कार्य की जो गति है उससे तो नहीं लगता कि बारिश से पहले पांडेयपुर चौराहे तक पाइप डालने का काम पूरा हो जाएगा। कुछ ऐसा ही हाल पांडेयपुर-खजुरी मार्ग का है। यहां पाइप बिछाने के बाद सड़क को जैसे-तैसे पाटकर छोड़ दिया गया है। यही नहीं, पंचक्रोशी मार्ग पर भी सड़क खोदने के बाद आधा अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है। पहडि़या चौराहे से अशोक बिहार कालोनी और बेला मार्ग पर तो चलना ही मुश्किल है। बेला मार्ग पर दो पाइप लाइन बिछाई जा रही है जिसके चलते पानी की किल्लत काफी बढ़ गई है। धूल से लोग बेहाल हैं, लेकिन विभाग न तो लोगों की चिंता है और न ही समय पर काम निबटाने की।
कोट-
पांडेयपुर-खजुरी मार्ग पर मेनहोल बनाने का काम चल रहा है। उसके पूरा होते ही सड़क बना दी जाएगी। आजमगढ़ मार्ग और पहडि़या से बेला मार्ग पर अभी काम चल रहा है। बेला मार्ग पर ड्रेनेज और सीवेज के लिए एक साथ खोदाई का काम हो रहा है। इसे पंद्रह जून तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद सड़क बना दी जाएगी-संजय सिंह-प्रोजेक्ट मैनेजर, ट्रांस वरुणा