वाराणसी। बीएचयू पीएमटी की स्क्रीनिंग बुधवार को देश के चार शहरों बनारस, दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। बनारस में 21 हजार से अधिक परीक्षार्थियाें को परीक्षा देनी थी लेकिन, यहां 1575 यानी लगभग सात प्रतिशत परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल पेपर आसान तो था लेकिन फिजिक्स के सवाल हल करने में छात्राें के पसीने छूट गए। परीक्षा के दौरान बीएचयू परिसर के अलग-अलग सेंटराें पर बीस छात्र उल्टी और बुखार से पीडि़त हो गए। इन्हें तत्काल दवाएं दी गईं। कापियाें को सील कर चिकित्सा विज्ञान संस्थान स्थित सेल में सुरक्षित रख दिया गया है। एक सप्ताह में परिणाम की घोषणा होने की उम्मीद है। 17 जून को होनी वाली मुख्य परीक्षा में स्क्रीनिंग टेस्ट में सफल हुए छात्र भाग लेंगे।
प्रश्न पत्र में कई ऐसे प्रश्न थे जिन पर सरल होने के नाते सामान्य रूप से छात्र ध्यान नहीं देते हैं। कुछ छात्राें ने बताया कि उम्मीद भी नहीं थी कि ऐसे प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कानपुर से आए अनुरुद्ध कुमार का कहना था कि उसने तीसरी बार यह परीक्षा दी है। पिछले साल की तुलना में इस बार फिजिक्स का पेपर काफी कठिन था। बिहार के सिवान जिले से पहली बार परीक्षा देने आई सुनीता कुमारी को जीव विज्ञान के प्रश्न कठिन लगे। मऊ की रेखा मौर्या को फिजिक्स का पेपर टफ लगा। छात्रों को मेडिकल इंट्रेस की तैयारी कराने वाले डा. एसके सिंह और विष्णुदेव त्रिपाठी का कहना है कि इस बार प्रश्न पत्र पिछले साल की तुलना में काफी सरल था इसीलिए कटआफ मार्क अधिक होना चाहिए।
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अगले साल से नहीं होगी स्क्रीनिंग
वाराणसी। बीएचयू पीएमटी के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा अगले साल से नहीं होगी। अगले साल से चिकित्सा विज्ञान संस्थान में दाखिला नेशनल एलिजबिलिटी इंट्रेंस टेस्ट (निट) के जरिये होगा। यह परीक्षा आल इंडिया लेवल की होगी और रैंकिंग के आधार पर बीएचयू में दाखिला होगा। शुल्क कम होने और विश्व स्तर पर बीएचयू का नाम होने से हाल के वर्षों में बीएचयू पीएमटी के प्रति छात्राें का रुझान बढ़ा है। एम्स में दाखिले के लिए हर साल औसतन पचास हजार अभ्यर्थी आवेदन करते हैं जबकि बीएचयू पीएमटी में इस बार इससे अधिक परीक्षार्थियों ने भाग लिया ।
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प्रश्नपत्र की खास बातें
- बायोलाजी के सौ प्रश्नों में 50 बाटनी के थे। सेलेबस के प्रत्येक खंड से प्रश्न पूछे गए थे।
- जीव विज्ञान में जेनेटिक्स से काफी टफ प्रश्न पूछे गए थे।
- रासायन विज्ञान में आर्गेनिक केमिस्ट्री से कम प्रश्न पूछे गए थे। इनआर्गेनिक केमिस्ट्री से 22 प्रश्न पूछे गए थे जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है।
- बीएचयू पीएमटी में पहली बार जनरल आर्गेनिक केमिस्ट्री के भी प्रश्न पूछे गए।
- फिजिक्स में पहली बार प्रत्येक टापिक से प्रश्न पूछे गए। कई सवाल काफी घुमा कर पूछे गए थे।
- पिछले साल स्क्रीनिक का कटआफ 216 अंक था। पेपर आसान होने के कारण अबकी कटआफ 240 से 245 अंक होने की उम्मीद है।
वाराणसी। बीएचयू पीएमटी की स्क्रीनिंग बुधवार को देश के चार शहरों बनारस, दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। बनारस में 21 हजार से अधिक परीक्षार्थियाें को परीक्षा देनी थी लेकिन, यहां 1575 यानी लगभग सात प्रतिशत परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल पेपर आसान तो था लेकिन फिजिक्स के सवाल हल करने में छात्राें के पसीने छूट गए। परीक्षा के दौरान बीएचयू परिसर के अलग-अलग सेंटराें पर बीस छात्र उल्टी और बुखार से पीडि़त हो गए। इन्हें तत्काल दवाएं दी गईं। कापियाें को सील कर चिकित्सा विज्ञान संस्थान स्थित सेल में सुरक्षित रख दिया गया है। एक सप्ताह में परिणाम की घोषणा होने की उम्मीद है। 17 जून को होनी वाली मुख्य परीक्षा में स्क्रीनिंग टेस्ट में सफल हुए छात्र भाग लेंगे।
प्रश्न पत्र में कई ऐसे प्रश्न थे जिन पर सरल होने के नाते सामान्य रूप से छात्र ध्यान नहीं देते हैं। कुछ छात्राें ने बताया कि उम्मीद भी नहीं थी कि ऐसे प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कानपुर से आए अनुरुद्ध कुमार का कहना था कि उसने तीसरी बार यह परीक्षा दी है। पिछले साल की तुलना में इस बार फिजिक्स का पेपर काफी कठिन था। बिहार के सिवान जिले से पहली बार परीक्षा देने आई सुनीता कुमारी को जीव विज्ञान के प्रश्न कठिन लगे। मऊ की रेखा मौर्या को फिजिक्स का पेपर टफ लगा। छात्रों को मेडिकल इंट्रेस की तैयारी कराने वाले डा. एसके सिंह और विष्णुदेव त्रिपाठी का कहना है कि इस बार प्रश्न पत्र पिछले साल की तुलना में काफी सरल था इसीलिए कटआफ मार्क अधिक होना चाहिए।
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अगले साल से नहीं होगी स्क्रीनिंग
वाराणसी। बीएचयू पीएमटी के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा अगले साल से नहीं होगी। अगले साल से चिकित्सा विज्ञान संस्थान में दाखिला नेशनल एलिजबिलिटी इंट्रेंस टेस्ट (निट) के जरिये होगा। यह परीक्षा आल इंडिया लेवल की होगी और रैंकिंग के आधार पर बीएचयू में दाखिला होगा। शुल्क कम होने और विश्व स्तर पर बीएचयू का नाम होने से हाल के वर्षों में बीएचयू पीएमटी के प्रति छात्राें का रुझान बढ़ा है। एम्स में दाखिले के लिए हर साल औसतन पचास हजार अभ्यर्थी आवेदन करते हैं जबकि बीएचयू पीएमटी में इस बार इससे अधिक परीक्षार्थियों ने भाग लिया ।
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प्रश्नपत्र की खास बातें
- बायोलाजी के सौ प्रश्नों में 50 बाटनी के थे। सेलेबस के प्रत्येक खंड से प्रश्न पूछे गए थे।
- जीव विज्ञान में जेनेटिक्स से काफी टफ प्रश्न पूछे गए थे।
- रासायन विज्ञान में आर्गेनिक केमिस्ट्री से कम प्रश्न पूछे गए थे। इनआर्गेनिक केमिस्ट्री से 22 प्रश्न पूछे गए थे जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है।
- बीएचयू पीएमटी में पहली बार जनरल आर्गेनिक केमिस्ट्री के भी प्रश्न पूछे गए।
- फिजिक्स में पहली बार प्रत्येक टापिक से प्रश्न पूछे गए। कई सवाल काफी घुमा कर पूछे गए थे।
- पिछले साल स्क्रीनिक का कटआफ 216 अंक था। पेपर आसान होने के कारण अबकी कटआफ 240 से 245 अंक होने की उम्मीद है।