वाराणसी। हज के मुकद्दस सफर पर इस बार पूर्वांचल से 46 सौ जायरीन जाएंगे। इनमें सबसे अधिक जायरीन इलाहाबाद के होंगे, जबकि सबसे कम सोनभद्र के। लखनऊ में हुई लाटरी के पश्चात हज पर जाने वालों का चयन किया गया। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा इस बार पूर्वांचल से चार सौ लोगों कम जाएंगे।
उप्र हज सेवा समिति की ओर से लखनऊ में निकाली गई लाटरी के साथ ही हज पर जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अब हज समिति चुने गए जायरीनों के लिए मेडिकल कैंप और हज अरकान का प्रशिक्षण देगी ताकि सही तरीके से हज के अरकान पूरे किए जा सकें। लाटरी में वाराणसी, मऊ, आजमगढ़ और इलाहाबाद के लोगों को शामिल किया गया क्योंकि इन जिलों से मानक से अधिक आवेदन आए थे। इसके अलावा गाजीपुर, भदोही, मिर्जापुर, बलिया, गोरखपुर, कुशीनगर, चंदौली, सोनभद्र, देवरिया, महाराजगंज, जौनपुर और कौशांबी से कम आवेदन आए। इन जिलों के लोगों को बिना लाटरी के ही चुन लिया गया। पूर्वांचल हज सेवा समिति के सचिव और हज खिदमतगार डॉ. अकबर अली के मुताबिक लाटरी के बाद हज यात्रा की तैयारियां शुरू हो जाएंगी। इस बार हज यात्रा पर पूर्वांचल से चार सौ लोग कम जाएंगे। जहां तक बनारस के जायरीनों की बात है तो पिछली बार जहां यहां से 475 लोग मुकद्दस सफर पर गए थे, वहीं इस बार 368 यात्रियों को चुना गया है।
प्राप्त आवेदन और चुने गए हज यात्री
जिला आवेदन चुने गए हज यात्री
वाराणसी 814 443
इलाहाबाद 724 559
आजमगढ़ 703 529
मऊ 533 313