वाराणसी। शहर की सफाई व्यवस्था चरमराने की शिकायत पर बुधवार को नगर आयुक्त ने रथयात्रा, सिद्धगिरीबाग, बेनियाबाग और कबीरचौरा आदि कूड़ा घरों का निरीक्षण किया। वहां डंप कूड़ा देखकर उन्होंने गहरी नाराजगी जाहिर की। साथ ही एटूजेड के संबंधित इलाके के सुपरवाइजर से कूड़ा निस्तारण में लेटलतीफी का कारण भी पूछा। सुपरवाइजरों के जवाब से वह काफी हद तक संतुष्ट भी दिखे लेकिन कूड़ा घरों से बैकलाग खत्म करने का निर्देश देना भी नहीं भूले।
नगर आयुक्त पीके पांडेय ने पिछले दिनों नगर स्वास्थ्य अधिकारियों से एटूजेड के कामकाज की जोनवार रिपोर्ट देने की बात कही थी। इसके लिए उन्होंने 15 मई की तारीख तय की थी। तय तिथि पर नगर आयुक्त को यह रिपोर्ट सौंप दी गई। इस रिपोर्ट के बाबत नगर आयुक्त का कहना था कि एटूजेड को अपने कार्य में और सुधार लाना होगा। कई ऐसे बिंदु हैं जहां सुधार की काफी गुंजाइश है। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट में एटूजेड के सामने कूड़ा निस्तारण में आ रही दिक्कतों का भी जिक्र है। जल्द ही इन दिक्कतों को दूर किया जाएगा। इन सबके बावजूद हमारी प्राथमिकता है कि हर हाल में शहर साफ सुथरा रहे। नियमित रूप से सफाई हो और कूड़ा उठे। उधर, कूड़ा निस्तारण की रफ्तार धीमी होने के पीछे चर्चा यह थी कि नगर निगम से भुगतान में देरी होने की वजह से एटूजेड ने जानबूझ कर कूड़ा निस्तारण की रफ्तार धीमी कर दी है।