वाराणसी। बीएचयू के आईसीयू में भर्ती गंगा प्रेमी भिक्षु डिस्चार्ज होकर मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में फिर से तपस्या शुरू कर दी है। मंगलवार की सुबह पहुंचने पर डाक्टरों ने उनकी चिकित्सकीय जांच की। वहीं, पूर्णांबा और ब्रह्मचारी की हालत भी स्थिर है। अस्पताल पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उनका हालचाल लिया।
मालूम हो कि बिना कुछ खाए-पीए गंगा तपस्या कर रहे गंगा प्रेमी भिक्षु की हालत गंभीर होने पर प्रशासन के हस्तक्षेप से मंडलीय चिकित्सालय ने 12 मई को उन्हें बीएचयू के आईसीयू में भर्ती कराया था, जहां तीन दिन रहने के बाद जब उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो आईसीयू से उन्हें 14 मई की रात में डिस्चार्ज कर दिया गया लेकिन रात अधिक होने से वह मंडलीय अस्पताल नहीं लाए जा सके। मंगलवार को उनके सेवक दुर्गेश तिवारी उन्हें आईसीयू से लेकर दोपहर में मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उनकी जांच की।
उधर, अस्पताल में तपस्या कर रहे सानंद जी महाराज, ब्रह्मचारी कृष्ण प्रियानंद और साध्वी पूर्णांबा की हालत स्थिर है। मंडलीय चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीबी सिंह ने बताया कि तपस्वियों की हालत ठीक है और उन्हें ड्रिप आदि दिया जा रहा है। सानंद जी पानी ले रहे हैं, जबकि ब्रह्मचारी सिर्फ ड्रिप पर चल रहे हैं। वहीं, दोपहर में अस्पताल पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने तपस्वियों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा। एसी कक्ष में भर्ती पूर्णांबा के पास उनकी माता रुक्मणि गणेश, पिता एचएल गणेश के साथ ही भाई और भाभी मौजूद थे। स्वामी ने उनसे पूर्णांबा की हालचाल ली और स्वयं उन्हें देखा।
वाराणसी। बीएचयू के आईसीयू में भर्ती गंगा प्रेमी भिक्षु डिस्चार्ज होकर मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में फिर से तपस्या शुरू कर दी है। मंगलवार की सुबह पहुंचने पर डाक्टरों ने उनकी चिकित्सकीय जांच की। वहीं, पूर्णांबा और ब्रह्मचारी की हालत भी स्थिर है। अस्पताल पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उनका हालचाल लिया।
मालूम हो कि बिना कुछ खाए-पीए गंगा तपस्या कर रहे गंगा प्रेमी भिक्षु की हालत गंभीर होने पर प्रशासन के हस्तक्षेप से मंडलीय चिकित्सालय ने 12 मई को उन्हें बीएचयू के आईसीयू में भर्ती कराया था, जहां तीन दिन रहने के बाद जब उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो आईसीयू से उन्हें 14 मई की रात में डिस्चार्ज कर दिया गया लेकिन रात अधिक होने से वह मंडलीय अस्पताल नहीं लाए जा सके। मंगलवार को उनके सेवक दुर्गेश तिवारी उन्हें आईसीयू से लेकर दोपहर में मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उनकी जांच की।
उधर, अस्पताल में तपस्या कर रहे सानंद जी महाराज, ब्रह्मचारी कृष्ण प्रियानंद और साध्वी पूर्णांबा की हालत स्थिर है। मंडलीय चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीबी सिंह ने बताया कि तपस्वियों की हालत ठीक है और उन्हें ड्रिप आदि दिया जा रहा है। सानंद जी पानी ले रहे हैं, जबकि ब्रह्मचारी सिर्फ ड्रिप पर चल रहे हैं। वहीं, दोपहर में अस्पताल पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने तपस्वियों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा। एसी कक्ष में भर्ती पूर्णांबा के पास उनकी माता रुक्मणि गणेश, पिता एचएल गणेश के साथ ही भाई और भाभी मौजूद थे। स्वामी ने उनसे पूर्णांबा की हालचाल ली और स्वयं उन्हें देखा।