वाराणसी। बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में प्रवेश के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट-2012 बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच बीएचयू समेत शहर के कुल 38 परीक्षा केंद्राें पर होगी। इसमें 21 हजार से अधिक परीक्षार्थी भाग लेंगे। विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को छोड़ अन्य गेट परीक्षा के दौरान बंद रहेंगे। परीक्षा के मद्देनजर आईएमएस में अधिकारियों ने मंगलवार को बैठक कर तैयारी की समीक्षा की। परीक्षा केंद्र से सौ मीटर दूरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षार्थियाें को परिसर में जाने के लिए मुख्य गेट पर बस की सुविधा उपलब्ध कराई है, जबकि उनके साथ आने वाले अभिभावकाें के लिए टेंट लगाए गए हैं और शीतल जल की व्यवस्था की गई है। परीक्षा केंद्र बनारस के अलावा दिल्ली, कोलकता और हैदराबाद में बनाया गया है।
परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक चलेगी। इसके लिए, बीएचयू में 22 और शहर में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। शहर के परीक्षा केंद्राें के लिए जिला प्रशासन से मदद मांगी गई है। परीक्षा नियंत्रण के लिए आईएमएस भवन में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां आईएमएस निदेशक प्रो. टीमएम महापात्रा, डा. अशोक कुमार, डा. शिवजी गुप्ता और डा. विक्रम परिहार की टीम परीक्षा की निगरानी करेगी। इसके अलावा, बीएचयू परिसर के 22 परीक्षा केंद्राें पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और प्रत्येक केंद्र पर मेडिकल किट और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। विश्वविद्यालय के सभी कार्यालय डेढ़ बजे तक बंद रहेंगे और परीक्षा में तैनात होने वाले शिक्षकाें और कर्मचारी के अलावा अन्य के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विश्वविद्यालय परिसर के सभी फोटोस्टेट मशीन को बंद करने का निर्देश दिया गया है। चीफ प्राक्टर प्रो. एचसीएस राठौर ने बताया कि सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है ताकि परीक्षार्थियाें को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। उन्हाेंने बताया कि लंका गेट पर जाम न हो, इसीलिए पुलिस प्रशासन से मदद मांगी गई है।
परीक्षा केंद्राें की होगी वीडियोग्राफी
वाराणसी। पिछले साल बीएचयू पीएमटी स्क्रीनिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाकर कुछ छात्राें ने आईएमएस के बाहर हंगामा किया था और कमेटी की निष्पक्षता पर सवालिया निशान खड़ा किया था। इसीलिए इस वर्ष विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी परीक्षा केंद्राें की वीडियोग्राफी कराने का निर्णय लिया है। आईएमएस निदेशक प्रो. टीएम महापात्रा ने बताया कि परीक्षा की निष्पक्षता के लिए पर्यवेक्षक और फ्लाईंग स्कार्ट की टीम गठित की गई है। उन्हाेंने बताया कि किसी भी प्रकार की शिकायत का निस्तारण कंट्रोल रूम से किया जाएगा।